आज़मगढ़।
सरायमीर।
सरायमीर देश के आर्थिक राजधानी मुंबई में 24 वर्ष पूर्व 1993 के सीरियल ब्लास्ट केस में अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, विशेष टाडा अदालत ने अबू सलेम को इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंड मानते हुए 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है, इसके साथ ही ताहिर मर्चेंट और फिरोज खान को फांसी और करीमुल्लाह शेख को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. एक अन्य दोषी मुस्तफा दोसा का दिल का दौरा पड़ने से पहले ही मौत हो चुकी है. ब्लास्ट के 24 साल बाद अदालत ने इन दोषियों को सजा सुनाई है।
अबु सलेम के आजमगढ़ के पैतृक गांव कस्बा सरायमीर व क्षेत्र के लोगों को पहले ही मालूम था कि इनको न्यायालय सजा अवश्य देगी। क्योंकि 16 जुलाई 017 को न्यायालय के जरिए दोषी करार दिया गया था, इसलिए आज कस्बा व क्षेत्र के लोग दस ही बजे से न्यायालय के फैसले को जानने के लिए बेचैन थे। और अबु सलेम के घर जहाँ पर उनके बड़े भाई अबु हाकिम सपरिवार रहते हैं, उस घर के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ था। न्यायालय का फैसला आने के बाद जब मीडिया के लोग अबु सलेम के परिवार के सदस्यों से मिलने के उनके घर सरायमीर पहुंचे तो मीडिया के लोगों को देखकर मोहल्ला व कस्बा के अबु सलेम के बड़े भाई के बेटे मोहम्मद आरिफ को साथ लेकर मीडिया के सामने आए और अपने मन की बात कही। अबु सलेम के भतीजे मोहम्मद आरिफ ने कहा कि- मैं न्यायालय के फैसले को मानता हूँ, परन्तु मुझे इस बात का दुख है कि एक मामले में न्यायालय के द्वारा दो तरह का फैसला दिया गया है। इसी मुकदमे में संजय दत्त को छोड़ दिया गया और मेरे चाचा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है, इसपर अधिवक्ता से परामर्श लेकर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी ।
पूर्व चेयरमैन ओबैदुर्रहमान ने कहा कि- हम लोग न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं और अबु सलेम को न्याय दिलाने के लिए उनके परिवार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे की लड़ाई लड़ेंगे । मुमताज कुरैशी, बेलाल अहमद, संदीप कुमार ने कहा कि हम सभी कस्बा के लोग न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं। फिर भी अबु को हम लोग बचपन से जानते हैं वह एक शरीफ लड़का था सरायमीर में वह कभी भी किसी प्रकार का कोई अपराध नहीं किया है।
रिपोर्ट- यासीर
ब्यूरो आज़मगढ़।
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