आस्था और विश्वास का पर्व है डाला छठ - प्रेम चंद आज़मी।

आज़मगढ़।

मुबारकपुर।

नगर पालिका परिषद मुबारक पुर के अलीनगर मुहल्ला के पोखरा पर डाला छठ पर्व पर सैकड़ों महिलाओं ने अर्द्ध सूर्य को जल देकर मंगल कामना की ।
लोक आस्था व भगवान सूर्य की आराधना का महापर्व डाला छठ नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। प्रातः उठकर व्रती महिलाओं ने स्नान करने के  बाद विधि-विधान पूर्वक पूजा- अर्चना कर कद्दू व सरसो के साग के साथ सात्विक भोजन ग्रहण किया। छठ पूजा की पूर्णाहुति उगते हुए भगवान भास्कर को अध्य देने के बाद संपन्न हुई।
इस मौके पर भाजपा नेता प्रेमचंद आज़मी ने पोखरे पर उपस्थित होकर इंस्टाल लगातार चाय की व्यवस्था करायी।
उन्होंने कहा कि- डाला छठ का त्योहार आस्था और विश्वास का पर्व है, जिसमें माताएं बहने कठिन व्रत रहकर मंगल कामना करती हैं।
बतातें चले कि- नहाय खाय के साथ शुरू हुआ भगवान तपन का यह महापर्व उगते हुए भगवान मार्तड को अध्य देने तक कुल चार चरणो मे संपन्न होती। है। पहले दिन की पूजा के बाद से नमक का त्याग कर दिया जाता है। छठ पर्व के दुसरे दिन को खरना के रुप मे मनाया जाता है। इस दिन भूखे-प्यासे रहकर खीर का प्रसाद तैयार करती है। महत्वपूर्ण बात  है कि यह खीर गन्ने के रस की बनी होती है इसमे चीनी व नमक का प्रयोग नही किया जाता है। सायंकाल इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद माताए निर्जल व्रत की शुरुआत करती है। तीसरे दिन गुरुवार के शाम डूबते हुए भगवान लोक प्रकाशक को अध्य देगी। चौथे व आखिरी दिन शुक्रवार को उगते हुए भगवान गृहश्वेर की पूजा करेगी। उसके बाद व्रती महिलाए कच्चा दूध व प्रसाद ग्रहण करके व्रत व पूजा की पूर्णाहुति करती हैं।

रिपोर्ट-ब्यूरो

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                         समाचार इंडिया लाइव
                             ब्यूरो आज़मगढ़।

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