जालौन।
रिपोर्ट: अरुण कुमार मिश्रा
काल्पी। युवा समाजसेवी राकेश चौहान गुरु जी के नेतृत्व में विगत सितंबर अक्टूबर माह में आई विशाल बाढ़ ने तहसील क्षेत्र कालपी के अंतर्गत यमुना पट्टी के मदारपुर, देवकली, हीरापुर, धरमपुर, कीरतपुर, मैनूपुर, शेखपुर गुढ़ा, गुढ़ा खास, मंगरौल, पङरी, नरहान, सिमरा, कुटरा, निबहना, उरकरा कला, महेवा, गोरा, पिपरौंधा, सिकरी इत्यादि दर्जनों गांवों में तबाही का मंजर खड़ा कर दिया था। हजारों बीघे जमीन बाढ़ की भेंट चढ गई थी। इस भीषण बाढ़ की चपेट में आने से पशुधन एवं कच्चे मकानों की भारी क्षति हुई थी। ग्रामीणों ने ऊंचाई में स्थित विद्यालयों एवं पंचायत घरों में शरण ली थी। बाढ़ पीड़ित हजारों कृषक भुखमरी के कगार पर खड़े है। बाढ़ पीड़ितों का शासन द्वारा जमीनी सर्वे भी संबंधित लेखपाल कर चुके है।इसके उपरांत अभी तक शासन द्वारा क्षतिपूर्ति के नाम पर बाढ़ पीड़ितों को केवल खोखले वादे ही मिले हैं।इससे त्रस्त दर्जनों ग्रामों के कृषकों ने आज तहसील परिसर कालपी में एकत्र होकर युवा समाजसेवी राकेश चौहान गुरु जी के नेतृत्व में तहसीलदार कालपी शशिवेन्द द्विवेदी को इस समस्या से अवगत कराया तो तहसीलदार ने इस समस्या का समाधान एक सप्ताह में करने का आश्वासन दिया। ऐसा पहली बार नहीं है जब राकेश चौहान गुरुजी पीड़ितों के साथ खड़े हैं। बल्कि मंगरौल में नदी पर अधूरे पड़े पुल के लिए जन आंदोलन, बाढ़ पीड़ित ग्रामीणों की भोजन व्यवस्था का संचालन, ग्राम गुढ़ा खास में पिता की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर बेटी केसर की शादी में महत्वपूर्ण योगदान इत्यादि समाज सेवा कार्यों के साथ पीड़ितों एवं जरूरतमंदों की आवाज बनकर हरदम साथ में खड़े नजर आते हैं। ज्ञापन सौपे जाने के मौके पर यमुना पट्टी के लगभग दो दर्जन गांवों के किसानों के साथ समाजसेवी राकेश चौहान गुरुजी, अरविंद द्विवेदी मंगरोल, अवधेश बाजपेई पत्रकार, रूप सिंह, महेश चंद, भीकम, बहोरन सिंह, उदल नया पुरवा, चुरामन गुढ़ा खास, कल्लू पाल, बृजेश द्वारकापुरी आदि प्रमुखता से मौजूद रहे।