आज़मगढ़।
सगड़ी।
दूसरी बहन लगभग 25 साल से घर से नही निकली बाहर।
एस डी एम के आदेशों के बाद भी नही बना राशन कार्ड।
सगड़ी जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के नगर पंचायत जीयनपुर के बाजार खास मोहल्ला निवासी अमीना खातून पुत्री नेमुतुल्ला उर्म लगभग 60 वर्ष की बुधवार को सुबह लगभग 11:00 बजे मौत हो गई। घण्टो बाद जब छोटी बहन खोदैजा रोने लगी तो लोग घर मे गए और चंदा जुटा कर कफ़न की व्यवस्था कर जनाजा तैयार कर लगभग 05 बजे शव को दफन कर दिया। लगभग 50 साल पूर्व ये लोग अदन अरब से आकर अपने मकान में रह रहे थे।सुबह अमीना ने चाय और एक रोटी खाया तभी उल्टी होने लगी और कुछ समय मे मौत हो गयी।
मोहल्ले वाले भूख से मौत होने की बात बता रहे हैं, पर मुसलमान होने के नाते लोगों ने पोस्टमार्टम कराना नहीं समझा और नाही पुलिस को सूचना दी पर लेखपाल, कानूगो को बताया तो उन्होंने शव दफन करने की सलाह दे कर कल आने की बात कह कर टाल दिया। दूसरी बहन खोदैजा खातून उम्र लगभग 45 साल अभी भी जिंदा है पर घर में खाने के लिए एक दाना राशन भी नहीं है ।और कभी भी घर से बाहर तक लगभग 30 वर्षो से नही निकली। 2 साल पहले उप जिलाधिकारी सगड़ी के आदेश के बाद भी राशन कार्ड नहीं बना। जबकि इसके पूर्व भाई इकबाल के नाम राशन कार्ड अंत्योदय था पर 2015 में मौत के बाद कोटेदार ने राशन देना बंद कर दिया था। तब से राशन भी नहीं मिल रहा है जबकि अमीना जगह-जगह भिक्षाटन कर कर एवं पूर्व सरकार द्वारा मिल रहे 500 रुपया समाजवादी पेंशन से गुजारा कर रही थी। खोदैजा खातून के सिर से बहन का साया उठते ही उसका सहारा भी उठ गया।दो भाइयों में इकबाल,उर मोहम्मद की मौत पहले ही हो चुकी है ।परिवार में दो भाई दो बहनों में किसी की शादी नहीं हुई थी ।पिता अदन अरब में रहते थे जहां पर पिता और मां की मौत के बाद सभी लोग जीयनपुर चले आए और तभी से यही रहने लगे। बाजार वासियों का कहना है कि यदि यही हाल रहा तो दूसरी बहन की भी मौत हो जाएगी, नगर पंचायत अध्यक्ष खुरमुल्ली गुप्ता ने कहा कि मौत का मुख्य कारण भूख है । पड़ोसी ताज मोहम्मद हाशमी ने कहा कि प्रशासन से कई बार गुहार लगाई थी उसका लाल कॉर्ड बना दिया जाए पर नहीं बना ।मोहल्ले में भी यह लोग किसी से कोई वास्ता नहीं रखते थे और इधर उधर से भीख मांग कर गुजारा करते थे ।तो दूसरी तरफ ताज मोहम्मद हाशमी ने कहा कि उनके पास घर में न तो राशन है न कोई खाने का सामान शाम सुबह मांग कर लाती थी तो खाती थी समाजवादी पेंशन से कुछ मिल जाता था जिससे गुजारा दोनों बहनों का हो जाता था पर अब तक शासन प्रशासन ने मदद किसी प्रकार की नहीं की है।वही मोके पर पहुंचे तहसीलदार सगड़ी पी के राय ने कहा कि जो भी मदद होगीं हम हर सम्भव मदद करने के लिए तैयार है।
रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी
ज़ोन रिपोर्टर
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Bureau Azamgarh