पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बनें कानून: ग्रापए

आज़मगढ़।

लालगंज।

ग्रामीण पत्रकारों की कोई सुरक्षा व्यवस्था शासन से नहीं है, जिसके कारण आये दिन ग्रामीण पत्रकार उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं, सगड़ी में पत्रकारों पर पुलिस द्वारा किये गए दुव्यर्वहार व गाजीपुर में पत्रकार की हत्या की संगठन कड़ी निंदा करते हुए मांग करता हैं कि- किसी पत्रकार की हत्या पर उन्हें सरकार की तरफ से
सैनिकों की भांति 40 लाख की आर्थिक सहायता देने के साथ शहीद का दर्जा दे तथा पत्रकार आयोग का गठन करके स्थानीय थानाध्यक्ष को यह जिम्मेदारी सौंपी जाये कि यदि किसी पत्रकार के साथ कोई घटना होती है तो स्थानीय थानाध्यक्ष को जिम्मेदार माना जाएगा।
रविवार को इस कार्यक्रम में लालगंज तहसील के बहुत से पत्रकारों ने हिस्सा लेकर अपने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय एवं विशिष्ट अतिथि समर बहादुर सिंह एडवोकेट ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बृजभूषण उपाध्याय ने तथा संचालन यादवेंद्र सिंह ने किया। इस अवसर पर विजय नारायण, सत्य नारायण मिश्र, विकास सिंह (संयोजक), प्रेम चंद्र मिश्र, विनय शंकर राय, कृष्ण मोहन उपाध्याय, डा सूर्य प्रकाश यादव, नरायन भारती, प्रभात कुमार सिंह, प्रशांत शुक्ला, आशीष तिवारी, मकसूद आजमी, जीत बहादुर सिंह, बृजभूषण रजक, पुनवासी मौर्य, सूर्य प्रकाश पाठक, देवेंद्र नाथ पांडेय,  संजय पांडेय, ओम प्रकाश चौबे सहित सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।


रिपोर्ट- अंजनी राय 

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                         समाचार इंडिया लाइव
                             ब्यूरो आज़मगढ़

              
    

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