आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
मण्डलायुक्त ने की जिला चिकित्सालयों में सर्जरी एवं अन्य चिकित्सकीय कार्यो की समीक्षा
आज़मगढ़ 3 जून -- मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने कहा है कि अस्पतालों में आने वाले मरीजों के प्रति चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ का सद्व्यवहार एवं उनकी सहानुभूति मरीजों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है, इसलिए सभी सरकारी अस्पतालों के डाक्टर्स एवं स्टाफ इस ओर विशेष ध्यान दें, ताकि सुदूर क्षेत्रों से आने वाले मरीज अपने सुदृढ़ इलाज के प्रति आशान्वित एवं ऊर्जावान रहें। इसी क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि मरीजों, उनके परिजनों के साथ ही जनप्रतिनिधियों के प्रति भी सदैव आदर व सम्मान का भाव रखा जाय। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने बुधवार को अपने कार्यालय सभागार में मण्डल के तीनों जनपदों के जिला चिकित्सालयों में लाॅकडाउन की अवधि में की गयी सर्जरी, प्रसव आदि चिकित्सकीय कार्यों की समीक्षा के दौरान चिकित्साकों से कहा कि सरकारी अस्पतालों में अपने इलाज के लिए आने वाले अधिकांश मरीज गरीब तबके से सम्बन्धित होते हैं, इसलिए आप सभी का यह परम्कर्तव्य है कि उन्हें उपलब्ध सभी सुविधाओं का लाभ मुहैया कराया जाय। उन्होंने कहा कि सभी जिला चिकित्सालय नाॅन कोविड घोषित हैं, इसलिए फील्ड वर्कर्स एवं अन्य संसाधनों से आम जन को अवगत करायें कि उन चिकित्सालयों में पूर्व की भांति ओपीडी एवं सर्जरी आदि चिकित्सीय कार्य संचालित हैं। यह भी अवगत कराया जाय कि जिला चिकित्सालयों में कोरोना वायरस से संक्रमित एवं संदिग्ध मरीजों का न तो इलाज किया जाता है और न ही उन्हें वहाॅं भर्ती किया जाता है।
मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने लाॅकडाउन घोषित होने की तिथि से अब तक तीनों जनपदों में हुए मेजर आपरेशन की समीक्षा में पाया कि जनपद आज़मगढ़ के जिला चिकित्सालय में 115 तथा महिला चिकित्सालय में 134 सर्जरी हुई है। उन्होंने जनपद मऊ में जिला चिकित्सालय एवं महिला चिकित्सालय में मेजर सर्जरी की स्थिति खराब पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को निर्देशित किया कि किसी भी दशा में सीरियस मरीजों को वापस नहीं किया जाना है, बल्कि ऐसे मरीजों का यदि डायलिसिस या आपरेशन की आवश्यकता है तो उसे अनिवार्य रूप से भर्ती कर उसकी सैम्पलिंग करायें तथा जाॅंच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा किये बगैर उनका इलाज शुरू करें। सीएमएस बलिया द्वारा अवगत कराया गया कि जिला चिकित्सालय में 115 तथा महिला चिकित्सालय में लगभग 4 दर्जन आपरेशन किये गये हैं। मण्डलायुक्त श्रीमती त्रिपाठी ने उपस्थित चिकित्सकों से कहा कि गरीबों के इलाज में पूरी संवेदनशीलता बरतें तथा सुनिश्चित करें कि मरीजों को अनावश्यक रूप से कोई परेशानी न उठानी पड़े।
इस अवसर पर अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. एनएल यादव, एसआईसी जिला चिकित्सालय आज़मगढ डा. अनूप कुमार सिंह, सीएमएम मऊ डा. बृज कुमार, सीएमएस बलिया डा. बीपी सिंह, सीएमएस महिला अस्पताल आज़मगएढ़ डा. अमिता अग्रवाल, सीएमएस महिला अस्पताल मऊ डा. सी सिन्हा के साथ ही डा. सुमिता सिन्हा, डा. केके झा आदि उपस्थित थे।