बिरहा महोत्सव के माध्यम से विलुप्त हो रही संस्कृत को बचाने का प्रयास है।-शंकर यादव (वरिष्ठ नेता समाजवादी पार्टी)

आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

विराट बिरहा महोत्सव का हुआ आयोजन।

आज़मगढ़। सगड़ी तहसील के अंजान शहीद स्थित नत्थूपुर छत्तरपुर खुशहाल में शिव मंदिर पर विराट बिरहा महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शंकर यादव ने कहा कि- गांव की संस्कृत आज विलुप्त होती जा रही है, विराट बिरहा महोत्सव के माध्यम से उस संस्कृत को बचाने का यह प्रयास है,
बिरहा गायन के माध्यम से किसी भी विषय वस्तु का मार्मिक चित्रण किया जाता है। जिसे लोग सुनते हैं और आनंद लेते हैं।  उन्होंने कहा कि- आज हम अपने पुराने संस्कारों को भूलते जा रहे हैं और पश्चिमी सभ्यता का अनुसरण कर रहे हैं। लोकगीत और गायन के माध्यम से कवि समाज को सचेत करता है और घटनाओं का चित्रण कर उसे अपने गायन में दर्शाता है और लोगों को सुनाता है। जिससे लोग प्रेरणा लेकर अच्छे मार्ग की तरफ अग्रसर होते हैं।
कारगिल शहीद रामसमुझ यादव के छोटे भाई प्रमोद यादव ने इस मौके पर कहा कि- विराट बिरहा महोत्सव का आयोजन विगत 5 वर्षों से लगातार किया जा रहा है, जिसमें हम लोग हमेशा सहयोग करते रहते हैं।आगे उन्होंने कहा कि- इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य हमारे विलुप्त हो रही संस्कृत को बचाना है, हम लोग अपनी पुरानी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। बिरहा के माध्यम से लोगों को यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि- हमारी पुरानी संस्कृत में बिरहा का कितना महत्व हुआ करता था।
क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेश यादव ने कहा कि- समाज में व्याप्त बुराइयों को बिरहा के माध्यम से लोगों को सचेत कर जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है, बिरहा के माध्यम से समाज के लिए प्रेरणा स्रोत रहे लोगों की कहानियां बता कर अच्छे मार्ग पर चलने का संदेश दिया जा रहा है, बिरहा महोत्सव एक छोटा सा प्रयास है। 

महोत्सव में गुलाब और शंकर यादव ने बिरहा के माध्यम से समा बांध दिया था और सैकड़ों की संख्या में दर्शकों ने बिरहा महोत्सव का आनंद लिया, कार्यक्रम के संयोजक हरिश्चंद्र यादव (कवि) रहे।
इस दौरान मौके पर अवधेश यादव, राकेश यादव, चंद्रजीत, संजय, रामकरन दास आदि लोग मौजूद रहे।



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