आशा बहूओं का धरना दूसरे दिन भी जारी, मांगों को लेकर कर रही हैं प्रदर्शन।


आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

मेहनत के हिसाब से मिले मानदेय, नहीं तो आशा बहू करेंगी  सेवाएं बंद।

आज़मगढ़: मानदेय को लेकर आशा बहू आंदोलन की राह पर चल पड़ी हैं, मानदेय समेत 6 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं ।
लगभग 30-35 आशा बहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजमतगढ़  पहुंची। आशा बहूओं ने बताया कि उनके द्वारा निम्न स्वास्थ्य योजनाओं जो सरकार द्वारा पारित की जाति है वो हम आशा बहूए हर घर तक पहुंच पहुंचाती है।
गर्भवती महिलाओं से लेकर नवजात शिशु की देखरेख का पूरा जिम्मा हम आशाबहू  पूरी जिम्मेदारी से उठाती है। कोराना काल में जब हर कोई अपने घर में बैठा था, तब हम आशा बहुओं  ने अपनी जान पर खेलकर सर्वे किया था कितने लोग प्रवासी है। जो पलायन कर हमारे क्षेत्र में आए हैं। हमने सब की सूची बनाकर  क्वॉरेंटाइन करने में सरकार के मुहिम में कंधे से कंधे मिलाकर सरकार का साथ दिया।
वही इस दौरान प्रदर्शन कर रही आशा बहुओं ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि- सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं में सरकार का बढ़ चढ़कर साथ दिया है।  किंतु हमारे साथ नाइंसाफी की जाती है। हमें हमारे कार्य का योग्य वेतन नहीं दिया जाता है । सरकार हमारे ना तो स्वास्थ्य की चिंता करती है और ना ही हमारे भविष्य का हम लोग अपने घर परिवार को छोड़कर दिन-रात क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं कुपोषित बच्चों की देखरेख में लगे रहते हैं। तो सरकार को भी तो हमारे बच्चों पर ध्यान देना चाहिए हमारे भविष्य पर ध्यान देना चाहिए।

और नया पुराने