आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
घर पर मनाई गई खुशियां।
आज़मगढ़: 5 साल की उम्र में जीयनपुर के आयद इमरान ने कुरान-ए-पाक का पाठ मुकम्मल कर लिया। कुरान के सभी तीस पारों (अध्याय) को उच्चारण सहित पूरा कराने में उनके उस्ताद हाफिज मोहम्मद सद्दाम का सहयोग रहा।
जानकारी के अनुसार सगड़ी तहसील अंतर्गत नगर पंचायत जीयनपुर मोहल्ला आर्य नगर निवासी इमरान अली के पुत्र आयद इमरान ने 5 साल की उम्र में कुराने पाक मुकम्मल किया तो घर में खुशियां मनाई गई। आयद ने छोटी सी उम्र में ही बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। आयद को यह उपलब्धि हासिल करने में महज 1 साल का समय लगा। वही कुरान का पाठ पूरा करने पर आयद इमरान के घर जीयनपुर आर्यनगर में दुआ का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें आयद इमरान को बुजुर्गों और परिजनों ने दुआओं से नवाजा। वहीं, बच्चे ने कुरान की सूरह फातिहा पढ़कर सुनाया। उनके पिता इमरान अली ने बताया कि यह उनके और उनकी बीवी और खानदान व रिश्तेदारों के लिए खुशी का मौका है। कुरान को किरत के साथ मुकम्मल कराने मे हाफिज सद्दाम व गाँव कि वाहिदा खातून का भी सहयोग रहा। फिलहाल आयद इमरान घर पर ही चचा डॉ गुफरान अली से अन्य शिक्षाएं लेते हैं। वही आयद के पिता इमरान अली ने बताया की वह अपने बेटे को दीनी और दुनियावी दोनों तालीम दिलाएंगे। उनके उस्ताद हाफिज सद्दाम ने बताया कि कुरान की तालीम हर मुसलमान के लिए जरूरी है। क्योंकि कुरान एक किताब नहीं बल्कि दुनिया में जीने का तरीका है। अल्लाहताला ने अपनी उम्मत को कुरान को उठाने की वह ताकत दी है, जो बड़े बड़े पहाड़ों को भी नहीं मिली। जब कुरान नाजिल हुआ था तो पहाड़ भी लरज गए थे। वहीं आयद इमरान के कुरान शरीफ मुकम्मल करने के बाद आयद के पिता इमरान अली, माता परवीन इमरान, दादा अफसर अली, दादी कनीज फातिमा, चाचू डॉक्टर इमरान अली , फूफी रुबीना ने गांव में मिठाईयां बांट कर खुशियां मनाई।