आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
जनपद की यह पावन भूमि योद्धाओं की है।
सेना में जाने के लिए युवाओं मद भरा जोश।
आजमगढ़: सगड़ी तहसील क्षेत्र के नत्थूपुर अंजान शहीद के शहीद पार्क में शहीद रामसमुझ यादव की 24वीं कारगिल शहीद मेला एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्वांचल के कई जिलों के 30 शहीद परिवारों को सम्मानित किया एवं अंगवस्त्र स्मृति चिन्ह भेंट की गई इस दौरान अतिथियों को भी अंग वस्त्रम एवं मोमेंटो को स्मृति चिन्ह भेंट की गई ।
जिसमें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इसके पूर्व शहीद रामसमुझ यादव के पिता रामसमुझ यादव उनके छोटे भाई प्रमोद यादव सहित उनके परिजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया साथ ही साथ कारगिल शहीद के मुख्य अतिथि कर्नल जीडी बक्शी एवं दीपचंद वर्तमान सांसद धर्मेंद्र यादव द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान भोजपुरी कलाकार गोलू राजा एवं अनुपमा ने बेहतरीन भोजपुरी गीतों से शराबोर कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीडी बक्शी ने कहा कि यह जनपद की पावन भूमि है जो नायकों से भरी हुई है मैंने अपने जीवन में पांच-पांच युद्ध और ऑपरेशन किया ।1965 के युद्ध के बाद में सेना में घर के न जानकारी में गया। 1971 में भर्ती हुआ मुझे बहुत से कुछ देखने को मिला 93000 पाकिस्तानियों को सैनिकों को हमने समर्पण करते हुए देखा है एवं पाकिस्तानियों के दो टुकड़े होते हुए हमने देखा एवं पाकिस्तानियों को बच्चों की तरह रोते हुए भी देखा है। सेवा में जो भी शहीद होता है वह मातृभूमि की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर देता है ।मुझे इस क्षेत्र की मां के प्रत्येक घरों से एक बच्चा सेवा के लिए चाहिए बल्कि आप सैनिक ना बनकर एनडीए से अफसर बने ।आप में वह उर्वरा शक्ति है जो देश के लिए काम आ सकती है । कुमाऊं रेजीमेंट देश का एक ऐसा रेजीमेंट है जो अल्हड़ नौजवानों और जाटो का है जो देश के लिए हमेशा काम आया है। पूरे देश में हम बहुत जगह गए पर इस तरह का जज्बा शहीद परिवार में नहीं देखा जो अपने बेटे की शहादत दिवस पर इस तरह का आयोजन करते हो जो पूरे देश में एक मिसाल है। शहीद होने पर दो-चार महीने तो शहीद परिवार के लिए लोग आते जाते हैं पर कुछ दिन बाद सब भूल जाते हैं ।शहीदों की कुर्बानियों को लोग भूल जाते हैं पर ऐसी कुर्बानी को रामसमुझ का परिवार किस तरह से जिंदा रखा है यह पूरे देश में एक मिसाल है ।भारत का कोई भी जो दुश्मन हो वह इसी जज्बा जुनून और शहीदों की वजह से जाना और पहचाना जाता है ।जिससे पूरी दुनिया जानती है। भारत को चीन या पाकिस्तान छू भी नहीं सकता है। ऐसा वीर योद्धा नायक हमारे बीच दीपचंद जो कारगिल में अपने हाथ और पैर खोदिए पर आज भी देश के लिए मर मिटने को तैयार है हमें ऐसे वीर सपूतों की जरूरत है जिनके अंदर जज़्बा और जोश आज भी जिंदा है। उन्होंने नौजवानों में जमकर जोस भरा और सेना में जाने की अपील की।
जिसमें जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इसके पूर्व शहीद रामसमुझ यादव के पिता रामसमुझ यादव उनके छोटे भाई प्रमोद यादव सहित उनके परिजनों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया साथ ही साथ कारगिल शहीद के मुख्य अतिथि कर्नल जीडी बक्शी एवं दीपचंद वर्तमान सांसद धर्मेंद्र यादव द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान भोजपुरी कलाकार गोलू राजा एवं अनुपमा ने बेहतरीन भोजपुरी गीतों से शराबोर कर दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जीडी बक्शी ने कहा कि यह जनपद की पावन भूमि है जो नायकों से भरी हुई है मैंने अपने जीवन में पांच-पांच युद्ध और ऑपरेशन किया ।1965 के युद्ध के बाद में सेना में घर के न जानकारी में गया। 1971 में भर्ती हुआ मुझे बहुत से कुछ देखने को मिला 93000 पाकिस्तानियों को सैनिकों को हमने समर्पण करते हुए देखा है एवं पाकिस्तानियों के दो टुकड़े होते हुए हमने देखा एवं पाकिस्तानियों को बच्चों की तरह रोते हुए भी देखा है। सेवा में जो भी शहीद होता है वह मातृभूमि की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर देता है ।मुझे इस क्षेत्र की मां के प्रत्येक घरों से एक बच्चा सेवा के लिए चाहिए बल्कि आप सैनिक ना बनकर एनडीए से अफसर बने ।आप में वह उर्वरा शक्ति है जो देश के लिए काम आ सकती है । कुमाऊं रेजीमेंट देश का एक ऐसा रेजीमेंट है जो अल्हड़ नौजवानों और जाटो का है जो देश के लिए हमेशा काम आया है। पूरे देश में हम बहुत जगह गए पर इस तरह का जज्बा शहीद परिवार में नहीं देखा जो अपने बेटे की शहादत दिवस पर इस तरह का आयोजन करते हो जो पूरे देश में एक मिसाल है। शहीद होने पर दो-चार महीने तो शहीद परिवार के लिए लोग आते जाते हैं पर कुछ दिन बाद सब भूल जाते हैं ।शहीदों की कुर्बानियों को लोग भूल जाते हैं पर ऐसी कुर्बानी को रामसमुझ का परिवार किस तरह से जिंदा रखा है यह पूरे देश में एक मिसाल है ।भारत का कोई भी जो दुश्मन हो वह इसी जज्बा जुनून और शहीदों की वजह से जाना और पहचाना जाता है ।जिससे पूरी दुनिया जानती है। भारत को चीन या पाकिस्तान छू भी नहीं सकता है। ऐसा वीर योद्धा नायक हमारे बीच दीपचंद जो कारगिल में अपने हाथ और पैर खोदिए पर आज भी देश के लिए मर मिटने को तैयार है हमें ऐसे वीर सपूतों की जरूरत है जिनके अंदर जज़्बा और जोश आज भी जिंदा है। उन्होंने नौजवानों में जमकर जोस भरा और सेना में जाने की अपील की।
कारगिल नायक योद्धा दीपचंद ने कहा कि देश के लिए सिर्फ जय श्री राम और भारत माता की जय बोलने से काम नहीं चलेगा बल्कि अपने अंदर एक देश की सेवा करने के लिए जज्बा होना चाहिए उसे जज्बा को हमें जिंदा रखने की जरूरत है आज रामसमुझ यादव की 24वीं शहादत दिवस मनाया जा रहा है पर यह देखते-देखते समय गुजर गया और पता ही नहीं चलता यह परिवार जिस तरह से शहीद रामसमुझ यादव की शहादत दिवस मानता है यह पूरे देश में एक मिसाल है ।जबकि इस तरह का कार्यक्रम पूरे देश में कहीं नहीं मनाया जाता जो स्वयं अपने पैसे अपने खर्चे से इस तरह का कार्यक्रम किया जाता है ।
सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि जो सम्मान शहीदों को मुलायम सिंह यादव ने 1996 के दौरान दिया आज भी जिंदा है और उसे आगे और बेहतर करने की जरूरत है ।जिससे कि सैनिक का शव स सम्मान उसके घर पहुंचाया जाता है ।पर पहले सिर्फ टोपी आती ।थी पर अब उनकी पार्थिव शरीर पूरी आती है। और वह भी स सम्मान के साथ। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार से मांग करते हैं की अग्नि वीर योजना को समाप्त करके पुरानी भर्ती प्रक्रिया लागू किया जाए अन्यथा जब तक यह लागू नहीं होगी हम मानने वालों में से नहीं है। इस दौरान प्रमोद यादव ने सभी को धन्यवाद व्यापित किया और कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समस्त लोगों को बधाई दी ।इस दौरान विधायक संग्राम यादव विधायक विजय सरोज विधायक किशन सिंह पटेल विधायक नफीस अहमद पूर्व सांसद नंदकिशोर यादव सपा जिला अध्यक्ष हवलदार यादव राजेश यादव प्रमोद यादव राजेंद्र सिंह विश्व प्रकाश सिंह मुन्नू मनोज यादव गीतकार सहित उप जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार गंगवार उपस्थित रहे और सभी ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए इस दौरान कई थानों की पुलिस और पीएसी सुरक्षा के लिए लगाई गई थी।