गुरु पूर्णिमा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का "गुरु दक्षिणा कार्यक्रम" आयोजित, सैकड़ों स्वयंसेवकों ने लिया हिस्सा।


आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

(सगड़ी), आज़मगढ़ — गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर रविवार को सगड़ी तहसील क्षेत्र के मालटारी स्थित ऐतिहासिक हनुमान मंदिर परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के तत्वावधान में भव्य "गुरु दक्षिणा कार्यक्रम" का आयोजन संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में स्वयंसेवकों, संघ पदाधिकारियों और ग्रामीण जनों की गरिमामयी उपस्थिति ने माहौल को राष्ट्रभक्ति और संस्कृति के रंग में रंग दिया।
इस अवसर पर बौद्धिक सत्र का संचालन डॉ. प्रमोद कुमार, खण्ड संघ चालक (अजमतगढ़) ने किया। उन्होंने गुरु परंपरा की प्राचीनता, वर्तमान सामाजिक संदर्भों में उसकी प्रासंगिकता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में गुरु की अवधारणा पर विस्तृत प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा — "संघ में 'गुरु' कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि भगवा ध्वज है — जो त्याग, तपस्या, आदर्श और अखंड राष्ट्र की प्रेरणा का प्रतीक है। यही हमारी गुरु परंपरा की आत्मा है।"

कार्यक्रम की अगुवाई पत्रिका प्रमुख इन्द्रसेन बहादुर सिंह के निर्देशन में हुई, जबकि रविशंकर जी, सामाजिक समरसता प्रमुख ने समाज में समरसता, सेवा और संस्कृति की भूमिका पर प्रेरणादायक विचार रखे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रभाकर राय, राजेश राय, अरुण राय, बैरागी शर्मा, आदि लोग मौजूद रहे।
गुरु दक्षिणा कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयंसेवकों ने "गुरु रूप भगवा ध्वज" के समक्ष श्रद्धा भाव से दक्षिणा समर्पित की और समाज सेवा, राष्ट्र निर्माण और सांस्कृतिक जागरण के लिए स्वयं को पुनः समर्पित करने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और पूर्ण संघ नमस्कार के साथ किया गया, जिसमें पूरे परिसर में 'वन्दे मातरम्' और 'भारत माता की जय' के उद्घोष गूंज उठे।

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