आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आजमगढ़। जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के अंजान शहीद गांव में रविवार देर रात मानवता को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई। शराब के नशे में धुत एक पति ने मामूली विवाद में अपनी पत्नी की चाकू से नृशंस हत्या कर दी, फिर कमरे में बाहर से ताला जड़कर बच्चों को झूठ बोलता रहा। जब तक हकीकत सामने आई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना सोमवार दोपहर लगभग 1 बजे उजागर हुई, जब परिजनों ने शक के आधार पर घर का ताला तोड़ा, तो कमरे के अंदर खून से लथपथ रोशन जहां (35 वर्ष) का शव मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति नूर आलम को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए।
जानकारी के अनुसार, बीती रात करीब 3 बजे नशे में धुत नूर आलम और उसकी पत्नी रोशन जहां के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और आरोपी ने पत्नी की गर्दन और दोनों हाथ की नसें चाकू से काट दीं। मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
हत्या के बाद नूर आलम ने शव को कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया और दूसरे कमरे में सो रहे तीन छोटे बच्चों को झूठ बोल दिया कि ‘अम्मी फूफी के घर जीयनपुर गई हैं’। सुबह जब बच्चों ने पूछताछ की तो बड़ा बेटा इमरान जीयनपुर में अपनी फूफी के पास पहुंचा, मगर सच्चाई सामने आ गई कि मां वहां नहीं आई थी।
परिजन जब घर लौटे तो शक गहराया। दरवाजा तोड़ने पर खौफनाक मंजर देख गांव में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया।
बताया जा रहा है कि आरोपी नूर आलम मुंबई में रहकर मजदूरी करता था और शराब का आदी था। चार दिन पहले ही वह गांव लौटा था। नशे की लत के चलते वह आए दिन पत्नी से मारपीट करता था। गांव के कई सभ्रांत लोगों ने आपसी पंचायत से सुलह कराने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं बनी।
चार बच्चों की मां रोशन जहां बेहद गरीब हालात में भी अपने बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा कर रही थी। सास-ससुर पहले ही गुजर चुके हैं। आरोपी पांच भाइयों में सबसे छोटा है और सभी भाई अलग रहते हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। आरोपी नूर आलम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
कोतवाल जितेंद्र बहादुर सिंह ने बताया, “हत्या के कारणों की गहन जांच की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।”
घटना के बाद गांव में मातम पसरा है। चार मासूमों की आंखों में आंसू हैं और भविष्य अनिश्चित। रिश्तेदारों और ग्रामीणों का कहना है कि रोशन जहां ने अपने जीवन में सिर्फ त्याग और संघर्ष किया, मगर अंत इतना भयानक होगा, किसी ने सोचा भी न था।