आज़मगढ़ : सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. एच. एन. सिंह पटेल ने गन्ना किसानों की समस्या को लेकर प्रदेश सरकार से महत्वपूर्ण मांग की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि गन्ना पेराई सत्र 2025-26 के लिए आज़मगढ़ जनपद के रिजर्व जोन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कई गन्ना केंद्रों को किसान सहकारी चीनी मिल, खोसी (मऊ) में फिर से शामिल किया जाए।
विधायक ने बताया कि बीते सत्र 2024-25 में आराजी देवारा करखियावा, देवारा खास राजा, लाटघाट, भुजवा बुजुर्ग, हैस्ट्राबाद, सुगना बुजुर्ग, मालटारी आदि केंद्रों के गन्ना क्षेत्र को आज़मगढ़ की बजाय मऊ जनपद की खोसी चीनी मिल से जोड़े जाने के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि “किसानों को अपनी उपज ढोने के लिए अधिक दूरी तय करनी पड़ती है, ट्रक और ट्रॉली खाली होने में 3 से 4 दिन लग जाते हैं। इससे गन्ना खेतों में सूखने लगता है और शुगर रिकवरी पर भी बुरा असर पड़ता है।”
डॉ. पटेल ने यह भी कहा कि गन्ना क्षेत्र बदलने से न केवल किसानों की लागत बढ़ी बल्कि समय और श्रम दोनों की भारी बर्बादी हुई। उन्होंने गन्ना आयुक्त से आग्रह किया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए आगामी सत्र 2025-26 के लिए उपरोक्त क्षेत्रों को पुनः खोसी चीनी मिल से जोड़ा जाए।
विधायक के इस पत्र को किसानों के हित में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे सगड़ी और आसपास के किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है।