आजमगढ़।
सगड़ी।
रौनापार/ आज़मगढ़ :उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयो पर अनेक प्रकार की समस्याएं नजर आ रही है। कहा जाता है कि बच्चों के शिक्षा का की पहली सीढ़ी इसी प्राथमिक विद्यालयों से होती शुरू होती है। बच्चे अपना भविष्य बनाने के लिए विद्यालय जाते है। लेकिन शिक्षक बच्चों के भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ करते है ये नजारा आज देखने को मिला।
सगड़ी तहसील के शिक्षा क्षेत्र अज़मतगढ़ के प्राथमिक विद्यालय बेलावनिया में विद्यालय पर उपस्थित अध्यापिकायें एक साथ बैठकर गप्पे उड़ा रही थे। वही कक्षरूम में अध्यापिका की कुर्सी पर बैठ कर एक नन्हा बच्चा अन्य बच्चों अपनी शिक्षा बाँट रहा था। सवाल यह उठता है कि जब नन्हे बच्चे शिक्षा बांटते है तो इन सरकारी शिक्षकों की क्या आवश्यकता है? हालात ये है कि बच्चों को कही पर भोजन नहीं मिलाता, तो कही शिक्षा नहीं मिलाती। आखिर शिक्षा जैसे महत्वपूवर्ण विषय पर अधिकारियों की उदासीनता क्यों ?
रिपोर्ट-
उमेश कुमार
☎8726740385
crimemukhabir.blogspot.in
आजमगढ़ ब्यूरो।
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