मऊ।
केन्द्र सरकार से दिये गये धन को लुटने का काम किए समाजवादी -राधामोहन सिंह
सपा बसपा तथा कांग्रेस का जब यू पी से सफाया हुआ तो समझो अच्छा दिन आ गया -राधा मोहन सिंह
महिला शुरक्षा सपा से साफ हुआ डिम्पल को सपा जनसभा मे अमर्यादीत शब्द का किया गया था प्रयोग- अरिजीत सिंह
यदि महेन्दर को विजय दिला देगें तो पुन:यहीं आकर कंधा पर दिखाएंगो दो-दो हीरोइन,महिला मंत्री और तमामवरिष्ठ राजनेता भी बजाए ताली- रविकिशन
विधान सभा चुनाव मे अपनी अपनी सरकार बनाने के लिए जुबानी जंग।
एक समय था जब चुनाव मे विकास और रोटी कपड़ा मकान के बारे मे भाषण सुनने को मिलते थे किन्तु आज के सभी राजनैतिक पार्टी कामकाज का बेहतरीन मार्ग ढूंढना नही चाहते केवल एक दूसरे पर दोष मढने मे लगे हुए हैं।२०१४ मे लोकसभा का चुनाव हुआ तो हमारे देश से जाति और धर्म को भूलाने का वादा जिसके द्वारा दिया गया ।अब उनके ही मंत्री भाषण की सुरुवात जय श्रीराम के जयकारा व केवल मोदी चालिसा सुनाते आ रहे हैं ।राधामोहन सिंह जैसा मंत्री समस्या पर एक शब्द नही बोलते बल्कि यह जरूर बताए कि मोदी जी ने सिक्स लेन्थ की सड़क बनवा दिये है जिससे हम चारो धाम की यात्रा और सुगम बना दिए।ज्यादा हमला समाजवादी पार्टी पर बोलकर ब स पा को जाति वाद करने का आरोप लगाते रहे।आप को बताते चलें कि रतनपुरा के दक्षिणाँचल मे एक रेता गांव है जो आज भी विजली पानी व भोजन के साथ-साथ शिक्षा मे बहुत पीछडा है जो ब्लाक या अपने राजस्व गांव ठैचा मे आने के लिए एक मात्र नाय ही सहारा है।लोग बताते हैं कि का०सवर्गीय देवानन्द राजभर ही एक एसा नेता थे जो तमसा नदी पर पूल बनवाने के लिए तत्पर हम चारो तरफ से नदी से घीरे राजभर बस्ती जहाँ चार सौ राजभर मतदाता है इसके लिए हर जगह माँग रखने का काम किए।दक्षिणाँचल के लोग जो सभा को सुनने के लिए आए थे कि केन्द्रीय मंत्री के सामने हम सब की समस्या रास्ता व पूल के बारे मे चर्चा कर सकते हैं।समस्त लोगो के दिल को चोट लगी कि एक बार भी स्थानिक समस्या का चर्चा नही हुआ।महिला शुरक्षा के लिए सपा पर दोष मढा जा रहा था जबकि मोदी सरकार के सांसद ७०के करीब यू पी से है।क्या इनके सांसद अपने नीधी से रतनपुरा ब्लाक मे विकास मे सहयोग नही कर सकते ।अब स्पष्ट हो गया है कि अब राजनितिक दल केवल दूसरों पर आरोप लगा कर ब स पा हो या स पा या हो भाजपा महिला शुरक्षा और विकास का लालच दे कर जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रहे है। जिसका उदाहरण आप देख भी लिए जो महिला शुरक्षा मर्यादा की बात किये उनके ही प्रचारक जीत हासील करने के बाद दोनो कंधा पर दो दो महिला बैठा कर जनता से वादा किया कि नचाउंगा।और जनता के साथ प्रत्याशी सहीत महिला या पुरूष मंत्री और नेता ताली बजाकर स्वागत किए।क्या यही महिला मर्यादा व शुरक्षा की परिभाषा है।चाहे जो भी हो कोई किसी से कम दिखना नही चाहता चाहे वह विकास की बात हो या लोकतन्त्र को नुकसान पहुचाने की बात हो ।
रिपोर्ट -ए०के० ह्यूमन
ब्यूरो मऊ।
9452284314
http://www.facebook.com/cmnews.crimemukhbir
सी एम न्यूज़ में आप भी अपने लेख एवं खबरें दे सकते हैं ।