आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आजमगढ़ की साहित्यिक यात्रा :अतीत एवं भविष्य की संभावना विषय पर एक राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी आजमगढ़ महोत्सव के अंतर्गत डॉ0 गीता सिंह और डॉ0 सोनी पाण्डेय के संयोजन में नेहरू हाल में हुई।
कार्यक्रम का उद्घाटन जिला अधिकारी एनपी सिंह ने किया ।जिलाधिकारी ने संगोष्ठी में आये हुए साहित्यकारों को सम्मानित किया। जिसमें डॉ0 कन्हैया सिंह, पंकज गौतम, डॉ0 रमेश कुमार मौर्य, डॉ0 नलिन रंजन सिंह, डॉ0 सुनीता, डॉ0 गीता सिंह, डॉ0 सोनी पाण्डेय, डॉ0 शारदा सिंह, डॉ0 अखिलेश चन्द्र, डॉ0 शशिभूषण श्रीवास्तव प्रशांत, जनमेजय पाठक, डॉ0 वेद प्रकाश उपाध्याय, डॉ0 राजाराम सिंह, डॉ0 आलमगीर अली अहमद, डॉ0 रविन्द्र नाथ राय, कन्हैया यादव आदि लोग रहे। इस अवसर पर जिलाधिकारी एनपी सिंह ने कहा कि -साहित्य ही मानव को मानव बनाता है जिसमे संवेदना होती है वही साहित्यकार होता है।
डॉ0 कन्हैया सिंह ने संगोष्ठी में कहा कि -आजमगढ़ का साहित्य बहुत समृद्ध रहा है और भविष्य भी समृद्ध है। दिल्ली से आयी डॉ0 सुनीता ने कहा कि -यहाँ वर्तमान में स्त्री लेखिकाओं से बहुत सम्भावना है। डॉ0 नलिन रंजन सिंह ने कहा -यहाँ का साहित्य हिन्दी साहित्य की बड़ी उपलब्धि है।
सञ्चालन डॉ0 गीता सिंह ने और आभार सुजीत अस्थाना ने किया।