भारत एक ऐसा राष्ट्र, जहां सभ्यता के प्रारम्भ से ही नारी को पूज्यनीय माना गया है- जिलाधिकारी

आज़मगढ़।

रिपोर्ट: मनोज चतुर्वेदी

आजमगढ़ 08 जनवरी-- भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही महिला सशक्तीकरण व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की पहल पर जनपद के 500 विद्यालयों में एक साथ 11 जनवरी से 25 जनवरी 2020 तक छोटे-छोटे समूहों में वालेण्टियरों व प्रशिक्षकों द्वारा छात्राओं को सरकार द्वारा चलायी जा रही महिलाओं से संबंधित जन कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में  जानकारी प्रदान की जायेगी, जिससे ये छात्राएं सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक हों एवं आत्मनिर्भर बनें।
जनपद के विभिन्न विकास खण्डों में 03 जनवरी 2020 से चल रहे ‘‘बधाई हो आपको बिटिया हुई है’’ कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड सठियांव, बिलरियागंज, पल्हनी, रानी की सराय, जहानागंज के अन्तर्गत विद्यालयों से चिन्हित किये गये शिक्षिकाओं व वालेन्टियरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में नेहरू हाल आजमगढ़ के सभागार में सम्पन्न हुआ। 
जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के विकास खण्डों के विद्यालयों से चिन्हित किये गये शिक्षिकाओं व वालेन्टियरों को 10 जनवरी 2020 तक प्रशिक्षण दिया जायेगा, उसके बाद ये शिक्षिकाएं व वालेन्टियर अपने संबंधित विद्यालयों में छोटे-छोटे समूहों में छात्राओं को सरकार की योजनाओं से जागरूक करेंगी। 
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि माॅ के गर्भ से ही समाज का शिल्प होता है, किसी भी समाज के सभ्य और सुसंस्कृत होने का सबसे महत्वपूर्ण मापदंड यह है कि वहां नारी के सम्मान की स्थिति क्या है और नारी को अपने विकास के लिए अवसर की उपलब्धता कितनी है। भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जहां सभ्यता के प्रारम्भ से ही नारी को पूज्यनीय माना गया है, लेकिन कालान्तर में अनेक ऐतिहासिक झंझावतों के कारण बदलते सामाजिक समीकरण में नारी की स्थिति दयनीय हो गयी थी, वर्तमान में पुनः भारतीय संविधान प्रदत्त अधिकारों एवं अनेक सामाजिक सांस्कृतिक आंदोलनों के कारण देश में साकारात्मक रूप से नारी उत्कर्ष का एक अभिनव दौर शुरू हुआ है। उन्होने कहा कि आज समाज में, हर जगह, हर कार्य में सफलता हासिल कर हमारी बेटियों ने यह प्रमाण दिया है कि वाकई में बेटी का जन्म परिवार के लिए खुशहाल भविष्य की निशानी है और बेटी की मां निश्चित रूप से सम्मान की अधिकारी है और बधाई की पात्र है। हमें चाहिए की बेटियों की इन क्षमताओं को पहचाने और उन पर बेवजह पाबंदियां या व्यवहारिक भेदभाव को सामाजिक चलन से दूर करें। 
आगे जिलाधिकारी ने कहा कि हम सब चाहें तो निश्चित ही ऐसा समाज बना सकते हैं, जिसमें हमारा परिवार और हमारा समाज बेटे और बेटियों को एक ही नजर से देखें, उनके साथ भेद-भाव न करें, न होने दे, दोनों को एक बराबर फलने-फूलने का,  सीखने-समझने का और सम्मानपूर्ण जीवन यापन का मौका दें। 
जिलाधिकारी की पहल पर सरकार की योजनाओं, जिसमें बच्ची के पैदा होने से लेकर उसकी पढ़ाई तक की योजनाओं का विवरण जिसका शीर्षक ‘‘बधाई हो आपको बिटिया हुई है’’ नामक पुस्तक प्रत्येक बेटी के जन्म होने पर उसकी माॅ को प्रदान की जायेगी, जिससे वह बेटियों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जान सके।
जिलाधिकारी के इसी मंशा के अनुरूप प्रत्येक विद्यालयों से एक महिला शिक्षिका व 2 वालेन्टियर को प्रशिक्षित कर जनपद 500 विद्यालयों मे एक साथ 11 जनवरी से 25 जनवरी 2020 तक छोटे-छोटे समूहों मंे छात्राओं को महिला सशक्तीकरण व सरकार द्वारा चलायी जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करेंगी।
उन्होने बताया कि इस योजना के तहत लगभग 01 लाख छात्राओं को सशक्त करेंगे, जो आगे चलकर जनपद में सरकार की योजनाओं व महिला सशक्तीकरण के बारे में लोगों को जागरूक करेंगी।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकत्री हिना देसाई, जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव उपस्थित रहे। 

और नया पुराने