आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
क्रांति का बिगुल फूंक नौजवानों को किया आगाज बेचू यादव।
तंत्र के गणतंत्र में नाम रोशन किया सगड़ी का लाल।
आज़मगढ़। हम बात कर रहे हैं, अजमतगढ़ ब्लॉक के सुखमदत्त नगर निवासी बेचू यादव की।
जो एक गरीब परिवार के छोटे किसान के घर पैदा हुए, आर्थिक हालत बहुत ही खराब थी, इनके पिता का नाम तपेश्वर यादव, माता मोती रानी देवी है।
बेचू यादव दो भाई है, जिसमें बड़े भाई रामदेव यादव प्राइवेट जॉब करके किसी तरह परिवार का भरण पोषण कर रहे थे।
बेचू यादव जब इंटरमीडिएट में 3 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते समय चट्टी चौराहों पर अन्याय भ्रष्टाचार की बातों की चर्चा करते लोगों से सुनते थे, कि बहुत बड़ा अन्याय उस व्यक्ति के साथ हुआ लेकिन उसके साथ कोई खड़ा नहीं हुआ इस बात को बेचू यादव जब सुनते थे तो उनके दिल में अन्याय भ्रष्टाचार से लड़ने की भावना उद्वेलित होती लेकिन वह लाचार थे कि आखिर हम लड़ाई कैसे लड़े, कहां से शुरू करें।
यह उनके समझ में नहीं आ रहा था, दृढ़ इच्छा शक्ति का अपार भंडार इन के दिल में था, लेकिन कोई प्लेटफार्म नहीं मिल पा रहा था।
सन 2000 में एक गैर राजनीतिक संगठन भारत परिषद के पदाधिकारी त्रिभुवन नाथ तिवारी ने, बेचू यादव को अजमतगढ़ ब्लॉक का अध्यक्ष बनाया।
बेचू यादव अध्यक्ष बनने के बाद भारत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र भूषण पांडे जो हाई कोर्ट के पूर्व जज, एवं राज्यपाल मोतीलाल वोरा के कानूनी विधिक सलाहकार रहे।
उनसे लखनऊ जाकर मुलाकात करके अन्याय और भ्रष्टाचार से कैसे लड़े, यह जानकारी देश रक्षक की ट्रेनिंग लेकर घर वापस आए।
और फिर शुरू हुई क्रांति।
आज के 19 साल पहले बेचू यादव ने विद्यालय, अस्पताल, आंगनवाड़ी, कोटेदार, प्रधान, थाना, तहसील, ब्लाक हर जगह व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया।
जहां भ्रष्टाचार की बात आती भारत परिषद संगठन खड़ा होकर न्याय दिलाने के लिए अधिकारी कर्मचारी को मजबूर कर देता।
गरीब बेसहारा लाचार जनता जिसकी न कोई नेता सुनता था न मंत्री सुनता और ना ही गांव क्षेत्र के जिम्मेदार लोग।
ऐसे लोगों को सगड़ी का देवता के रूप में बेचू यादव को पाकर उनकी आंखों के आंसू बंद हो गए।
उन्हें भरोसा हो गया कि जब हमारी कहीं सुनवाई नहीं होगी तो बेचू यादव हमारे साथ खड़ा हो हमें जरूर न्याय दिला देगा।
यह विश्वास सगड़ी की लाचार जनता को हो गया बेचू यादव के एक आवाहन पर सैकड़ों लोग उनके पीछे चल देते थे, अगर अधिकारी कर्मचारी न्याय देने में थोड़ा आनाकानी करते थे वह तुरंत तहसील ब्लाक थाना व जिले पर अनशन शुरू कर उस पीड़ित को न्याय दिलाकर ही दम लेते थे।
आपको सगड़ी तहसील का ही कुछ उदाहरण देता हूं जब हरैया ब्लॉक के करैला निवासी रामनाथ गुप्ता भूमिहीन व्यक्ति के खिलाफ नवीन परती की भूमि पर कब्जा मकान बना लेने पर तहसीलदार सगड़ी ने बेदखली का आदेश व जुर्माना लगा दिया था, अंत्योदय कार्ड नहीं बना था उसकी जमीन पर दबंगों द्वारा उसके दरवाजे पर गोबर का ढेर लगा दिए थे कि वह व्यक्ति मानसिक गुलामी में जी रहा था लेकिन गांव क्षेत्र के जिम्मेदार लोग कभी भी रामनाथ गुप्ता का दुख-दर्द नहीं सुने अधिकारियों के यहां चक्कर लगाते लगाते थक हार चुका था किसी के बताने पर व बेचू यादव से मिलकर अपना दर्द सुनाया बेचू यादव दूसरे दिन ही सगड़ी तहसील के उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने अनशन पर बैठा दिया, यह अनशन 15 दिन तक चला अंत में अधिकारी हार मानकर रामनाथ गुप्ता को तत्काल प्रभाव बेदखली व जुर्माना को वापस लिए वीडियो हरैया अनशन स्थल पर आकर राशन कार्ड दिए और रामनाथ के दरवाजे से रखा घूर को नायब तहसीलदार सगड़ी मौके पर जाकर हटवाए।
दूसरी घटना महाराजगंज ब्लॉक के मोतीपुर गांव निवासिनी फुलमतिया पत्नी बबली की भूमि धरी जमीन को दबंगों द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया फूलमती ने जिला अतिरिक्त मजिस्ट्रेट आजमगढ़ के यहां प्रार्थना पत्र अवैध गुंडागर्दी से जमीन कब्जा करने के संबंध में दिया मजिस्ट्रेट ने एसडीएम सगड़ी को जबरदस्ती कब्जा की भूमि पर पुलिस बल के सहयोग से कब्जा फूलमती को दिला कर अवगत कराने का आदेश दिए लेकिन एसडीएम सगड़ी दबंगों से मिलीभगत होने के नाते कब्जा नहीं कराया और फिर बाद में दबंगों ने कोर्ट से स्टे लाकर एसडीएम को दे दिया फुलमतिया अपनी जमीन को लेकर गांव क्षेत्र के जिम्मेदार लोगों के यहां गुहार लगाती रही, लेकिन कोई भी उसका आंसू नहीं पोछा, किसी के बताने पर वह भी बेचू यादव से मिली और बेचू यादव ने उसे सगड़ी एसडीएम कार्यालय के सामने अनशन पर बैठा दिया अंत में हार मान एसडीएम ने महाराजगंज थाना अध्यक्ष को बुलाकर विवादित भूमि को सुपुर्दगी में दिया व कब्जा धारी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने का आदेश दिया। पूरी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदय के देने की बात पर लिखित समझौता हुआ था। एसडीएम सगड़ी ने फुलमतिया को दूध पिलाकर अनशन खत्म करवाया।
तीसरी घटना अजमतगढ़ ब्लॉक कोकिलपार निवासी सोमारी चौहान के दरवाजे पर स्टे के बावजूद विपक्ष पक्की चारदीवारी बहुत ऊंची मारकर कब्जा कर लिया सोमारी के पति पूर्व में मर चुके थे लाचारी और बेबसी के चलते दबंगों ने कब्जा कर लिया वह गांव क्षेत्र व नेता मंत्री अधिकारी सबके यहां दौड़ कर अपनी गुहार लगाती रही लेकिन कोई मदद करने को तैयार नहीं हुआ वह भी महिला सोमारी चौहान बेचू यादव से अपना दुखड़ा सुनाई तो उसे भी एसडीएम सगड़ी के समक्ष अनशन पर बैठा दिए अनशन 18 दिन तक चला लेकिन अंत में हार अधिकारियों व प्रशासन की हुई न्याय सोमारी चौहान को मिल ही गया जीयनपुर कोतवाल ने आदेश के बाद सफाई कर्मियों को पकड़कर पूरी चारदीवारी ध्वस्त करा कर एक एक ईंट विपक्ष के दरवाजे पर फेंकवा दिया। और अनशन समाप्त करवाया।
इस तरीके से सगड़ी के लाल बेचू यादव ने सैकड़ों लोगों को न्याय दिलाया।
दर्जनों अधिकारियों को रंगे हाथ गिरफ्तार करवाया, जेल की सलाखों में डलवाया, बेचू यादव जैसे हर घर में एक एक बेचू यादव पैदा हो जाता तो अन्याय व भ्रष्टाचार करने की कोई हिम्मत नहीं कर पाता समय बीतता गया बेचू यादव के दो लड़के व लड़कियों की आर्थिक तंगी के चलते पढ़ाई बाधित होने लगी तो मजबूरन सेवा का भूत उतरने लगा आर्थिक जीविका उपार्जन हेतु इलाहाबाद बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चलाने लगे लेकिन फिर भी समय मिलने पर समाज सेवा का काम करते रहते हैं अभी पिछले महीने में सगड़ी के देवारा क्षेत्र में भीषण बाढ़ आई थी उस समय नाव पर सवार होकर गांव गांव पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी समस्या को सुना था, तथा नाव की कमी को देखकर अजगरा निवासी मंगल यादव प्रभुनाथ यादव लालसा को एक नाव बनाने के लिए ₹30000 की सहायता की।देवारा खास राजा के सैकड़ों लोगों का घाघरा नदी में घर व खेत समाहित हो गया है ऐसे परिवारों को घर-घर जाकर भेंट कर तिरपाल वितरित किया था, तथा इस समय सबसे जबरदस्त आंदोलन बेचू यादव का गांव सरकार पर चल रहा है आए दिन जब भी थोड़ा समय निकलता है वह गांव-गांव जाकर ग्रामीणों को संवैधानिक अधिकार गांव सरकार के बारे में बताकर आंदोलित कर रहे हैं धन्य हैं आजमगढ़ जिले के सगड़ी की शान बेचू यादव।