समाजवादी पार्टी द्वारा स्वामी विवेकानन्द जयन्ती ’युवा-घेरा’ कार्यक्रम के रूप में बनाई गयी।

आज़मगढ़।

रिपोर्ट: शैलेंद्र शर्मा

आजमगढ़। समाजवादी पार्टी के तत्वाधान में जिला पार्टी कार्यालय पर स्वामी विवेकानन्द जी की जयन्ती ’युवा-घेरा’ कार्यक्रम के रूप में बनाई गयी। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। तदोपरान्त उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा के दौरान निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ऐसे सन्त थे जिन्होंने अध्यात्म को सामाजिक सरोकारों से जोड़ा था। उनके राष्ट्रवाद में गरीबों, वंचितों के प्रति त्याग सेवा और समर्पण को प्राथमिकता थी। वर्तमान राजनैतिक व सामाजिक परिवेश में उनके विचारों की प्रासंगिकता अनिवार्य हो गयी है। गरीबी, बेरोजगारी व मॅहगाई से आम आदमी त्रस्त है। किसान, गरीब आत्महत्यायें कर रहे हैं। मोदी सरकार के कान पर जूॅ नहीं रंेग रहा है।
पूर्व प्रमुख विजय यादव ने नौजवानों से आह्वान किया कि स्वामी विवेकानन्द के विचारों पर चलकर ही गरीबी, बेरोजगारी व मॅहगाई से गरीबों को निजात दिलाया जा सकता है।
स0पा0 महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष बबिता चैहान ने कहा कि स्वामी जी मानवतावादी थे। इन्सान में किसी भी भेदभाव के विरोधी थे।
सभासद तारिक ने कहा कि आज आवश्यकता है कि देश की एकता अखण्डता के लिए सभी लोगों को मिलकर काम करना होगा।
विचार व्यक्त करने वालों में पूर्व सांसद बलिहारी बाबू, जोरार खां, स0जि0पं0राजेश यादव, राजाराम सोनकर, शैलेन्द्र यादव, अनुराग चैहान, विनित राय, दुर्गेश यादव, पप्पू यादव, कमलेश, शम्भू चैहान आदि थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता नि0जिलाध्यक्ष हवलदार यादव व संचालन वेदप्रकाश यादव ने किया।
कार्यक्रम में देवनाथ साहू, उमेश यादव, लील्ली मौर्य, प्रेमचन्द, रविप्रकाश, भोला यादव, दूधानाथ, सुनील, डब्लू, वीरेन्द्र अविनाश, प्रदीप यादव आदि उपस्थित थे।

और नया पुराने