भीलमपुर छपरा स्थित शहीद स्मारक पर बैंड बाजे के साथ सलामी दी गई।

आज़मगढ़।

रिपोर्ट: विशाल कुमार

आज़मगढ़: बुढ़नपुर तहसील क्षेत्र के भीलमपुर छपरा गांव में आजादी के अमृत महोत्सव मनाते हुए पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य के दिशा निर्देश पर अतरौलिया थानाध्यक्ष रमेश कुमार व चौकी इंचार्ज बूढ़नपुर लाल बहादुर बिंद द्वारा बैंड बाजे के साथ भीलमपुर छपरा स्थित शहीद स्मारक पर बैंड बाजे के साथ सलामी दी गई।वही शहीदों के वंशज डॉक्टर पशुपतिनाथ सिंह द्वारा बताया गया कि सन अट्ठारह सौ सत्तावन जब आजादी की जनक्रांतिकारी लड़ाई शुरू हुई तो हरपाल सिंह के साथ उनके गांव के भोला सिंह मर्दन सिंह शीलवंत सिंह हरिदत्त सिंह ,हरिनाम सिंह एक ही परिवार के शहीद हो गए जहां एक तरफ रानी लक्ष्मी बाई झांसी की एक फौज बनाकर अंग्रेजों के जुल्मों का सामना कर रही थी वही हमारे क्रांतिकारी है रणबांकुरे भी आजादी की जंग की शुरुआत कर चुके थे इन्होंने चौरी चौरा जन क्रांतिकारी आंदोलन में अंग्रेजों के थाने फूंक दिए अंग्रेज नाराज हुए आजमगढ़ से लौटते समय से अदा बन के पास इन खेलों आजादी के दीवानों को जंगल में घेरकर जंगल में आग लगा दी जिससे छह आजादी के दीवाने जलकर उसी में खत्म हो गए जहां एक तरफ महात्मा गांधी आजादी की लड़ाई में शरीक हुए थे वहीं दूसरी तरफ आपके क्षेत्र के 16 रणबांकुरे भी आजादी के दीवाने हो गए थे ऐसे में इन को भुला नहीं जा सकता भाजपा सरकार द्वारा इस शहीद स्मारक पर आजादी के अमृत महोत्सव मनाने के साथ साफ-सफाई व इनका स्मारक अच्छे ढंग से निर्माण कराया जा रहा है।


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