आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
97वां संस्थापक दिवस एव वर्षिकवोत्सव का किया आयोजन।
छात्र छात्राओं ने मनमोहन सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले मेधावियों को किया गया सम्मानित
आजमगढ़: सगड़ी तहसील क्षेत्र के श्री गांधी पीजी कॉलेज मालटारी में गुरुवार को 97 वेवा संस्थापक दिवस एवं वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पण एवं दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान कालेज प्राचार्या डॉ सूचिता श्रीवास्तव ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस दौरान सभी का माल्यार्पण किया गया। जिसके बाद महाविद्यालय में विभिन्न कक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले मेधावियों को प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।तत्पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके उपस्थित जनों का मन मोह लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रबंधक दिनेश कुमार राय ने कहा कि संस्थापक द्वारा जो शिक्षा की अलख जगाने के लिए इस पिछड़े इलाके में शिक्षा की नींव रखी वह आज एक दीपक की तरह अनवरत जल रही है और तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। किसी भी व्यक्ति के विकास की मूल शिक्षा से ही गुजरती है जो देश की समृद्धि और विकास का मूल कारण होती है ।जहां संस्थापक द्वारा इस पिछड़े इलाके में जब विद्यालय की नींव रखी गई तो यहां दूर-दूर तक कोई विद्यालय नहीं था पर आज देश प्रदेश में यह विद्यालय अपने आन बान शान के लिए पहचाना जाता है और शिक्षा की एक अनंत मिसाल कायम करता जा रहा है। जहां हजारों शिक्षार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं एवं आगे बढ़ते हैं। देश के कई कोने में यहां के विद्यार्थियों द्वारा अपना लोहा मनवाया है। पिछड़े इलाका होने के बावजूद शिक्षा जगत को एक नई पहचान इस छोटे से स्थान से मिली है ।
इस दौरान कालेज प्राचार्या डॉ सूचिता श्रीवास्तव ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस दौरान सभी का माल्यार्पण किया गया। जिसके बाद महाविद्यालय में विभिन्न कक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले मेधावियों को प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।तत्पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके उपस्थित जनों का मन मोह लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रबंधक दिनेश कुमार राय ने कहा कि संस्थापक द्वारा जो शिक्षा की अलख जगाने के लिए इस पिछड़े इलाके में शिक्षा की नींव रखी वह आज एक दीपक की तरह अनवरत जल रही है और तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। किसी भी व्यक्ति के विकास की मूल शिक्षा से ही गुजरती है जो देश की समृद्धि और विकास का मूल कारण होती है ।जहां संस्थापक द्वारा इस पिछड़े इलाके में जब विद्यालय की नींव रखी गई तो यहां दूर-दूर तक कोई विद्यालय नहीं था पर आज देश प्रदेश में यह विद्यालय अपने आन बान शान के लिए पहचाना जाता है और शिक्षा की एक अनंत मिसाल कायम करता जा रहा है। जहां हजारों शिक्षार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं एवं आगे बढ़ते हैं। देश के कई कोने में यहां के विद्यार्थियों द्वारा अपना लोहा मनवाया है। पिछड़े इलाका होने के बावजूद शिक्षा जगत को एक नई पहचान इस छोटे से स्थान से मिली है ।
अंत में छात्र-छात्राओं द्वारा एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें स्वागत गीत नृत्य डांडिया नृत्य देश भक्ति गीत आदि कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ० हसीन खान ने किया। इस दौरान डॉक्टर अखिलेश चंद, डॉ प्रदीप राय, दीनानाथ मिश्र,जनार्दन राय, प्रवीण कुमार राय, रत्नेश राय, आदि उपस्थित थे।