हर्षोल्लास के साथ मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गांव-गांव में गूंज उठे कृष्ण भजन।


आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

आज़मगढ़: श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गांव-गांव में कृष्ण के भजन गूंज उठे। लोगों ने अपने घरों को फूलों और रंगोली से सजाया और कृष्ण की पूजा की। इस अवसर पर लोगों ने कृष्ण के जीवन और उनके कर्मों की चर्चा की।
कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था और उन्होंने अपना जीवन गोकुल में बिताया था। उन्होंने अपने जीवन में कई चमत्कार किए और लोगों को भगवान के रूप में पूजा जाने लगा। कृष्ण के जीवन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी पाप नहीं किया और हमेशा सच्चाई और न्याय के लिए लड़े।कृष्ण के जीवन से हमें यह सीख मिलती है कि हमें अपने जीवन में सच्चाई और न्याय के लिए लड़ना चाहिए और कभी भी पाप नहीं करना चाहिए। कृष्ण के जीवन की एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने अपने जीवन में हमेशा प्रेम और करुणा का संदेश दिया। उन्होंने लोगों को यह सिखाया कि हमें एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए और दूसरों की मदद करनी चाहिए। आज के दिन लोगों ने कृष्ण के जीवन और उनके कर्मों की चर्चा की और उनसे प्रेरणा ली। लोगों ने कृष्ण की पूजा की और उन्हें भगवान के रूप में पूजा जाने लगा। इस अवसर पर लोगों ने अपने घरों को फूलों और रंगोली से सजाया और कृष्ण के भजन गाए। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हम श्री कृष्ण के जीवन और उनके कर्मों की चर्चा करते हैं। श्री कृष्ण एक ऐसे प्रतीक हैं जो प्रेम, युद्ध और धर्म के साथ जुड़े हुए हैं।
प्रेम के प्रतीक के रूप में, श्री कृष्ण ने अपने जीवन में प्रेम और करुणा का संदेश दिया। उन्होंने लोगों को यह सिखाया कि हमें एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए और दूसरों की मदद करनी चाहिए। उनकी प्रेम कहानी राधा और कृष्ण की कहानी प्रसिद्ध है, जो प्रेम की एक अनोखी मिसाल है।वही हम ये भी देखते हैं कि युद्ध के प्रतीक के रूप में, श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध में भाग लिया और अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। उन्होंने लोगों को यह सिखाया कि युद्ध में भी धर्म और न्याय के लिए लड़ना चाहिए। उन्होंने अर्जुन को यह सिखाया कि युद्ध में भी हमें अपने धर्म को नहीं भूलना चाहिए। धर्म के प्रतीक के रूप में, श्री कृष्ण ने लोगों को यह सिखाया कि हमें अपने धर्म के लिए लड़ना चाहिए और सच्चाई के लिए खड़े रहना चाहिए। उन्होंने लोगों को यह सिखाया कि धर्म के लिए लड़ना हमारा परम् कर्तव्य है और हमें अपने धर्म को कभी नहीं भूलना चाहिए।आज के दिन हम श्री कृष्ण के जीवन और उनके कर्मों से प्रेरणा लेते हैं और उनके संदेशों को अपने जीवन में उतारने  का प्रयास करते हैं। हमें श्री कृष्ण के जीवन से यह सीख मिलती है कि हमें प्रेम, युद्ध और धर्म के साथ जुड़ना चाहिए और सच्चाई और न्याय के लिए लड़ना चाहिए।

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