माध्यमिक शिक्षक संघ आजमगढ़ के पूर्व जिलाध्यक्ष का विदाई समारोह हृदयस्पर्शी भावनाओं के साथ संपन्न।


आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

आज़मगढ़: समय के साथ-साथ कुछ लम्हे ऐसे भी आते हैं, जब शब्द कम पड़ जाते हैं और भावनाएँ उमड़कर आँखों में छलकने लगती हैं। सगड़ी तहसील क्षेत्र के गांधी इंटर कॉलेज, मालटारी, आजमगढ़ में ऐसा ही एक भावुक पल तब आया, जब माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं समाजशास्त्र के प्रतिष्ठित प्रवक्ता श्री राजेश कुमार राय के सम्मान में विदाई समारोह आयोजित किया गया।


समारोह की शुरुआत श्रद्धांजलि स्वरूप माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री एवं पूर्व विधायक पंचानन राय के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इसके बाद विद्यालय के शिक्षक दुर्गा प्रसाद ने सरस्वती वंदना और देवी गीत प्रस्तुत कर वातावरण को आध्यात्मिक श्रद्धा से भर दिया। जैसे-जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ा, वैसे-वैसे मंच पर यादों की लड़ी जुड़ती गई और सभी की आँखें नम होती गईं।


कार्यक्रम का संचालन कर रहे प्रवक्ता राजेश सिंह ने जब श्री राय के योगदान पर विस्तार से चर्चा की, तो पूरा माहौल भावनाओं से सराबोर हो गया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक साधारण विज्ञान शिक्षक से लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष तक का सफर तय करते हुए श्री राय ने शिक्षा जगत में अमिट छाप छोड़ी। वरिष्ठ प्रवक्ता परमानंद मिश्र ने उनकी 35 वर्षों की निष्कलंक सेवा को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने विद्यालय में जो अनुशासन, निष्ठा और समर्पण की परंपरा स्थापित की, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी।


विद्यालय के शिक्षकों मनीष राय, चंद्र प्रकाश राय, हरी लाल यादव सहित अन्य सहयोगियों ने भी अपने प्रिय साथी के योगदान को याद किया। हर एक शब्द उनके प्रति सम्मान, स्नेह और कृतज्ञता से ओत-प्रोत था। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह ने भी श्री राय के सेवा-काल को याद करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

कार्यक्रम के अंतिम क्षण सबसे अधिक भावुक कर देने वाले थे। जब विद्यालय के प्रबंधक और वरिष्ठ समाजसेवी कमला राय ने श्री राय के नियुक्ति से लेकर उनके समस्त कार्यों की चर्चा की, तो हर किसी की आँखें नम हो गईं। उन्होंने कहा, "राजेश जी ने शिक्षा को केवल नौकरी नहीं, बल्कि अपना मिशन बनाया। उनकी मेहनत, उनकी ईमानदारी और उनका समर्पण विद्यालय की नींव में हमेशा जिंदा रहेगा।"

अंत में जब सेवानिवृत्त प्रवक्ता राजेश कुमार राय ने अपने रूंधे गले और कांपती आवाज़ में बोलना शुरू किया, तो पूरा परिसर भावनाओं के ज्वार में डूब गया। उन्होंने अपने 35 वर्षों की सेवाओं के लिए सभी को हृदय से धन्यवाद दिया और कहा, "यह विद्यालय मेरा दूसरा घर रहा है, आप सब मेरे परिवार। मैं यहाँ से जा तो रहा हूँ, लेकिन मेरी आत्मा यहीं रहेगी।"

इस विदाई समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि शिक्षक केवल ज्ञान नहीं बाँटते, वे दिलों में अपनी जगह भी बना लेते हैं।

श्री राय का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा, और उनका आशीर्वाद विद्यालय पर हमेशा बना रहेगा।


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