आज़मगढ़।
रिपोर्ट: आदर्श श्रीवास्तव
आज़मगढ़: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर आज सेंट जेवियर्स स्कूल जीयनपुर छठ के महत्व को ध्यान में रखते हुए छठ पूजा कैसे और क्यों मनाया जाना चाहिए इसके लिए एक कार्यक्रम रखा गया। जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छठ महापर्व को श्रद्धा के साथ क्यों मनाई जानी चाहिए इसके बारे में विद्यालय के मैनेजर और शिक्षकों ने उन्हें संदेश प्रदान किया। इस अवसर पर छठ पूजा के आयोजन के लिए बच्चों ने नई-नई पोशाक पहनकर एवं छठवर्ती बनकर विद्यालय भी आए। छात्राओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर छठ के लोकगीत गाए और पूजन में प्रयोग होने वाले दउरा, सुपली, ठेकुआ, केला गन्ना और अन्य सामग्रियों का प्रदर्शन किया।विद्यालय के मैनेजर संजय पाठक बच्चों का उत्साह देख काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने कहा कि- पुराणों के अनुसार छठ माता भगवान सूर्य की बहन है इसलिए सर्वप्रथम महाभारत काल में छठी माता की पूजा कर्ण ने की थी। इसी काल में जब पांडव अपना सारा राजपाट जुए में हार गये थे तब द्रोपदी ने भी छठी माता की पूजा की थी। यह पूजा कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होती है। बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से यह पर्व मनाया जाता था।
वही प्रिन्सिपल संजय राय ने कहा कि- छठ हमारी आस्था का महापर्व है, इस पर्व का जुड़ाव सीधा प्रकृति से होता है. इसमें स्वच्छता और सुचिता का विशेष महत्व होता है, इसलिए इन सभी की जानकारी आज की युवापीढ़ी को देनी चाहिए. यह पर्व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।