कुंटू सिंह को रातो रात मंडल कारागार से भेजा गया बरेली जेल ।

आज़मगढ़।

सगड़ी।

आजमगढ़: हत्या लूट अपहरण के मामले में मंडल कारागार में बंद कुख्यात ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू को जिला प्रशासन ने रातों रात बरेली जेल भेज दिया।
दरअसल जिस केस की नियमित सुनवाई के लिए उसे रोका गया था उस मामले में कुंटू बरी हो गया। पुलिस द्वारा माना जा रहा है कि कुंटू सिंह जेल के भीतर से ही बाहर अपनी सत्ता चला रहा था। कुंटू पर हत्या, लूट, अपहरण, हत्या के प्रयास के 51 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। कुंटू सिंह को जिला जेल से स्थानांतरित करने की पहले से ही संभावना जताई जा रही थी।
वर्ष 2014 में कोतवाली जीयनपुर क्षेत्र के अमुवारी नरायनपुर गांव में स्थित महात्मा हरिहरदास उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधकीय चुनाव में उमरी शेखपुर गांव निवासी फौजदार यादव ने मंत्री पद के लिए पर्चा भरा था। शहर कोतवाली के शारदा चौराहे पर एक होटल के सामने फौजदार यादव अपने समर्थकों के साथ खड़े थे। अचानक स्कार्पियो सवार तीन बदमाश पहुंचे और समर्थक गोपाल सिंह को बंदूक की नोक पर अपहरण कर भागने लगे। पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए घेराबंदी कर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। बदमाशों के पास से 315 बोर राइफल के 21 कारतूस, 7.62 बोर के 47 कारतूस, और तमंचे मिले। गिरफ्तार होने वालों में ध्रुव कुमार सिंह कुंटू, गाजीपुर, बहरियाबाद निवासी संजय यादव, रामविजय सिंह आदि शामिल थे, कुंटू बरेली जेल में था। लेकिन इस अपहरण के मुकदमे की लगातार शुरू हुई सुनवाई के लिए पांच जुलाई 2016 को उसे आजमगढ़ मंडल कारागार लाया गया और तभी से वह यहां था। विधानसभा चुनाव के समय वर्तमान जिलाधिकारी सुभाष एलवाई और पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने कुंटू सिंह को दूसरी जेल में भेजने के लिए चुनाव आयोग तक को रिपोर्ट भेजी, लेकिन शासन की तरफ से कोई सुनवाई नहीं हुई। इसका फायदा कुंटू सिंह ने उठाया। उसने ना केवल अपनी भाभी को निर्विरोध जिला पंचायत सदस्य बनवा दिया बल्कि पत्नी को अजमतगढ़ का ब्लॉक प्रमुख भी बनवा दिया।
अब अपहरण के मुकदमे में बरी हो जाने के बाद प्रशासन ने शुक्रवार की रात करीब नौ बजे कुंटू को बरेली के लिए स्थानांतरित कर दिया।
लगभग एक सप्ताह पूर्व अचानक मंडल कारागार पहुंचे डीएम चंद्रभूषण सिंह और एसपी अजय कुमार साहनी ने जेल अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। कुंटू को बरेली जेल भेजने के आदेश पहले ही शासन से आ चुके थे। पुलिस और जेल अधिकारियों की रिपोर्ट पर डीएम ने शुक्रवार की देर शाम आदेश दिया। आदेश के दो घंटे के भीतर एसपी ने योजना बनाई और रात करीब पौने नौ बजे पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह, सीओ सदर मो. अकमल खां के नेतृत्व में पुलिस टीम जेल पहुंच गई। बैरक नंबर आठ में मौजूद कुंटू सिंह को वाहन में बैठाकर बरेली के लिए रवाना हो गए।
इधर ध्रुव कुमार सिंह कुंटू के नेटवर्क का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब जेल से बाहर निकलते ही उसके वकील पहुंच कर वीडियोग्राफी करने लगे। जेल से बाहर निकलते ही गेट पर कुंटू के वकीलों को देखकर पुलिस और जेल के अधिकारी सन्न रह गए। उसके वकील रात को ही बरेली के लिए उसके वाहन के पीछे चल दिए, भय था कि कही कुंटू सिंह का पुलिस एनकाउंटर न कर दे। जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया कि-  वह अपहरण के एक मुकदमे की सुनवाई के लिए पांच जुलाई 2016 को बरेली जेल से जिला कारागार में लाया गया था। मुकदमे की सुनवाई पूरी हो जाने के बाद कुंटू सिंह को वापस बरेली जेल भेज दिया गया।

रिपोर्ट- ब्यूरो

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                         समाचार इंडिया लाइव
                             ब्यूरो आज़मगढ़

                      

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