आज़मगढ़।
थोड़ी सी भी लापरवाही उनके लिए घातक सिद्ध हो सकती है।
चाइल्ड केयर क्लिनिक, सिधारी के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ डी डी सिंह ने बताया कि दीपावली के दिन से शरद ऋतु का आगमन अर्थात ठंढ का मौसम दस्तक देना शुरू कर देता है। इस बदलते मौसम में श्वांस के रोगी को सजग रहने की विशेष आवश्यकता रहती है। इसके साथ ही साथ दीपावली के त्योहार में साफ सफाई का दौर भी खूब चलता है। ऐसे में धूल भी खूब उड़ती है और यही धूल कुछ लोगों के लिए बहुत ही खतरनाक हो जाती है, जिन्हें धूल, धुएं, तेज गंध से एलर्जी होती है। यदि किसी को ऐसे ही एलर्जी परेशान करती है, तो जल्दी ही अपने चिकित्सक से दीपावली से पूर्व अवश्य मिल लें, अन्यथा पटाखों के धुएँ, धूल, पेंट से निकलने वाले तेज गंध आदि आपके अस्थमा के अटैक का कारण बन सकते हैं। डॉ डी डी सिंह ने यह भी बताया कि एलर्जी होने पर वैसे तो एलर्जी टेस्ट व इम्मयूनोथेरेपी से उपचार संभव है, परंतु प्राथमिक तौर पर कुछ और सावधानियां बरतनी चाहिए। यदि घर में रंग रोगन हो रहा है या फिर साफ सफाई हो रही है और आपको धूल, धुएँ, तेज गंध आदि के कारण छींक आती है या जुकाम हो जाता है, तो ऐसे में इन जगहों से दूर रहना चाहिए या मुँह पर मास्क या रुमाल इत्यादि बाँध कर ही रहना चाहिए। बदलते मौसम के कारण खान पान में भी सावधानी बरतनी चाहिए।
रिपोर्ट- ब्यूरो
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समाचार इंडिया लाइव
ब्यूरो आज़मगढ़