डेंगू के डंक से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की जंग जारी।


आज़मगढ़।

रिपोर्ट: वीर सिंह

जिले में 50 एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10–10 डेडीकेटेड बेड की सुविधा मुहैया की गयी है – डीएमओ शेषधर द्विवेदी   

आजमगढ़, 28 नवंबर 2022 -डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है| जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है| मच्छर के द्वारा संचारित होने वाला यह बुखार कभी-कभी घातक भी सिद्ध होता है| यह कहना है  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आईएन तिवारी का|
डॉ तिवारी ने बताया कि इसके तीव्र लक्षण कभी-कभी कुछ समय बाद देखे या महसूस किए जाते हैं,  यदि इनकी समय पर पहचान कर ली जाये तब इससे बचाव या उपचार करने में मदद भी मिल सकती है| अक्सर डेंगू के लक्षण सामान्य फ्लू या वायरल बुखार से मिलते जुलते लगते हैं, इसलिए निम्न लक्षणों के आधार पर इनकी पहचान कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जा तुरंत एक ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए| 
जिला मलेरिया अधिकारी शेषधर द्विवेदी ने बताया कि एक  सितंबर से 28 नवंबर 2022 तक मंडलीय जिला चिकित्सालय एवं राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त व प्राइवेट पैथोलॉजी से प्राप्त डेंगू धनात्मक पाये गए रोगियों के सापेक्ष कृत जांच में कुल 125 डेंगू के पुस्ट रोगी पाये गए, जिसमें 122 ठीक हुये और तीन भर्ती हैं, जिसमें एक मरीज अन्य जनपद का है| मेडिकल कॉलेज के 146 अपुष्ट मरीज मिले थे| जिसमें 140 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और छह मरीज भर्ती हैं| जिसमें चार मरीज अन्य जनपद के हैं| 146 के सापेक्ष अब तक कुल 28 मरीज अन्य जनपद के हैं| जिसमें अब कुल पांच मरीज भर्ती हैं| जिले में आज तक वायरल बुखार से ग्रसित मरीजों का परीक्षण डेंगू के सापेक्ष कुल 8451 जांच की गयी| डेंगू के वार से निपटने के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज में 30 बेड आरक्षित किया गया है| साथ ही मंडलीय चिकित्सालय में 10 ,जिला महिला चिकित्सा में 10 एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 10–10 डेडीकेटेड बेड सारी सुविधाओं के साथ  उपलब्द्ध हैं| 
रोगियों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त बेड की भी व्यवस्था की गई है| डेंगू धनात्मक पाये गए मरीजों के घरों के आसपास खुली नालियों के गड्डों में जल जमाओं के श्रोतों का अविष्टिकरण 15311 ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किया गया | साथ ही ही जिले के घने आबादी वाले क्षेत्रों में एंटी लार्वा दवा के छिड़काव के साथ अभियान के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात आशा व आशा संगिनी ने गांव में घर-घर जाकर डेंगू से बचाव एवं उपाय संबंधित जानकारी दे रही हैं | साथ ही शासन द्वारा ग्राम प्रधान को उनके गाँव का नोडल नामित किया गया है| जो अपने गाँव में साफ-सफाई छिड़काव एवं डेंगू के प्रति समुदाय को जागरूक कर रहे हैं।

लक्षण –

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द 
शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं 
तेज़ बुखार 
बहुत तेज़ सिर दर्द 
आँखों के पीछे दर्द 
उल्टी आना और चक्कर महसूस होना ।
उपाय -
डेंगू के लक्षण दिखते ही तत्काल डॉक्टर से सलाह लें
घर के आसपास साफ सफाई रखें, जलजमाव न होने दें 
गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें
मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियों और कुएं आदि को नियमित चेक करते रहें।

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