आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
शिशु से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए, लें डॉक्टर की सलाह
आजमगढ़, 30 नवंबर 2022 : नवजात शिशु की सेहत नाजुक होती है, जरा सी लापरवाही के चलते उसकी तबीयत बिगड़ सकती है| सर्दी में नवजात शिशु के साथ बीमारियों का नाता जुड़ जाता है| बीमारियों से बचाने व शिशु को सुरक्षित रखने के लिए छोटी-छोटी जानकारी का होना बेहद जरूरी है, जिससे बच्चे की अच्छी सेहत सुनिश्चित कर सकते हैं| यह कहना है जिला महिला चिकित्सालय की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिक डॉ मंजुला सिंह का|
डॉ सिंह ने बताया कि नवजात शिशु को ठंड में हर तरह की बीमारी से बचाने के लिए, शिशु के जन्म के एक माह बाद टीका लगना बेहद जरूरी होता है|और आगे लगने वाले टीके का कार्ड भी डॉक्टर से जरूर लें| जिससे नियमित टीकाकरण के लिए तारीख याद रखने में दिक्कत नहीं होती, जिससे समय पर बच्चे का टीकाकरण पूर्ण हो जाये|
जिला महिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ शैलेद्र कुमार सुमन ने कहा कि नवजात शिशु के लिए सर्दी का मौसम चुनौती भरा होता है| ठंड के माहौल में वायरस और बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं और छोटे बच्चों को बीमार बनाते हैं| शिशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता वयस्कों से बहुत कम होती है, इसलिए उन पर इन वायरस और बैक्टीरिया का असर बहुत ज्यादा होता है| यही कारण है कि शिशुओं का ख्याल सर्दियों के दौरान ज्यादा रखना पड़ता है| छोटे बच्चों की त्वचा बहुत कोमल होती है। सर्द मौसम की ठंडी और शुष्क हवा उनकी त्वचा की नमी छीन सकती हैं, जिससे उन्हें कई तरह की त्वचा संबंधी परेशानियां भी हो जाती है| इसलिए छोटे बच्चों के सेहत के साथ त्वचा की देखभाल बहुत जरूरी है।
सर्दी से शिशु का बचाव –
शिशु को रोजाना न नहलाएं, हल्के गुनगुने पानी में कपड़े से पोछ दें |त्वचा का ख्याल रखना जरूरी है, लेकिन इस पर ढेर सारी चीजें न लगाएं। कई बार तरह-तरह के लोशन, क्रीम, साबुन, शैम्पू नुकसानदायक हो सकते हैं|
बॉडी मसाज बहुत फायदेमंद है| हल्की धूप में बच्चे को लिटाकर सरसों या किसी अन्य तेल से मालिश की जाए तो बच्चा स्वस्थ रहता है|
नैपी एरिया को सूखा रखना है और रोजाना गुनगुने पानी और कॉटन की टॉवेल की मदद से शिशु को साफ रखें|
शिशु को ब्रेस्टफीड करवाने के बाद दांत और मुंह भी साफ पानी से साफ करें, रैशेज की समस्या नहीं होती |
6 माह तक के शिशु को स्तनपान का सेवन करने से बच्चे की सेहत अच्छी रहती है| बच्चे को बीमारियों के खतरे से बचाने के लिए स्तनपान जरूर करवाएं|
शिशु को ठंडे से बचाने के लिए मोजे – टोपी और कई परत के साथ कपड़े पहना कर रखें|
दिन में कम से कम दो बार तेल से मालिश जरूर करें |
हल्का बुखार या दस्त,सर्दी कि समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें |