आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आज़मगढ़: सगड़ी तहसील क्षेत्र के श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय जोकहरा आजमगढ़ के सभागार में शनिवार को सुबह 11:00 बजे से राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक आजमगढ़ द्वारा जनपद की सामाजिक ग्रामीण स्तर पर काम कर रही संस्थाओं के लिए नाबार्ड मीट के माध्यम से उनके क्षमता वर्धन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
रामानंद पुस्तकालय सभागार में नाबार्ड की कार्यशाला का उद्घाटन यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य विकास प्रबंधक मिथिलेश कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक मोहम्मद आरिफ खान ने नाबार्ड की योजनाओं और नाबार्ड के दायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए ग्रामीण एवं कृषि के माध्यम से ग्रामीण कम्युनिटी के लिए कार्य करने के लिए जोड़ने का आह्वान किया। संस्था के कार्यकारी निर्देशक हिना देसाई ने कार्यशाला का संचालन किया। कार्यशाला में एनजीओ का सुझाव संचालन करने हेतु सत्रों का आयोजन किया गया। इस प्रकार कार्यशाला में ग्रामीण पुनर निर्माण संस्था बढ़या बिलारी, जन सेवा संस्थान बरदह, मेजवां वेलफेयर सोसाइटी, मुबारकपुर वेलफेयर सोसाइटी, रामधनी जन सेवा संस्थान जमसर लाटघाट, बाबा विश्वनाथ सेवा समिति आजमगढ़, श्री जन शिक्षण संस्थान कप्तानगंज, मुबारकपुर वेलफेयर सोसाइटी सहित दर्जनों एनजीओ के संचालक उपस्थित रहे।
कार्यशाला में बिजय लक्ष्मी अहरौला, कमला सिंह ,आशुतोष त्रिपाठी, अखिलेश , रविंद्र चौहान ,अनीता सिंह ,जयंती राजभर आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला की अध्यक्षता डीडीएम नाबार्ड मोहम्मद आरिफ खान ने किया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि यूनियन बैंक के एलडीएम मिथिलेश कुमार ने सभी एनजीओ के संचालकों से कहा कि आप सभी लोग एनजीओ का संचालन जनहित में करें। जिससे पूर्व में हुए कोरोना काल में किए गए अपने कर्तव्यों का निर्वहन सुचारू रूप से हुआ था। इसी तरह से आगे भी काम करने की जरूरत है और और किसी भी प्रकार की आवश्यकताओं की जरूरत हो उसमें अपनी सहभागिता हो।