आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
DM रविन्द्र कुमार द्वितीय के नेतृत्व में रचा गया इतिहास!
आजमगढ़: जनपद ने एक बार फिर अपनी शानदार प्रशासनिक कार्यशैली का परचम लहराया है। उत्तर प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता – IGRS जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में, जनपद ने इस बार प्रदेशभर में सातवां स्थान हासिल किया है।
यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं, बल्कि जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार द्वितीय के दमदार नेतृत्व और सख्त अनुशासन का नतीजा है।
कड़े निर्देश, जन सुनवाई और नतीजे
DM रविन्द्र कुमार द्वितीय ने न सिर्फ शिकायतों के निस्तारण की रोजाना समीक्षा की, बल्कि अपने अफसरों को भी दो टूक शब्दों में चेतावनी दी –
"शिकायतें लंबित रहीं, तो वेतन रोका जाएगा और प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी जाएगी!"
यही नहीं, हर कार्यदिवस जनता दर्शन का आयोजन होता है, जहाँ DM खुद जनता से मिलकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करते हैं और फीडबैक लेते हैं।
66वीं रैंक से सीधे सातवें स्थान पर छलांग!
यह उपलब्धि रातों-रात नहीं आई। फरवरी में जब जनपद की रैंक 66 थी, तो बहुतों ने उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन DM रविन्द्र कुमार द्वितीय ने अपनी टीम में एक नई ऊर्जा फूंकी। मार्च में रैंक सुधरकर 64 हुई, अप्रैल में 38 और फिर मई में सीधे सातवें स्थान पर धमाकेदार एंट्री कर दी।
जनता के विश्वास की मिसाल
जन शिकायतों का समयबद्ध, प्रभावी और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ही जनता के भरोसे की असली कसौटी होती है। आजमगढ़ ने इस कसौटी पर खरा उतरते हुए पूरे प्रदेश को एक नया मानक दिया है।
जनपद आजमगढ़ का यह प्रदर्शन बताता है – “अगर इरादे मजबूत हों, तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है!”