आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
लखनऊ, 23 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक साहसिक ऑपरेशन में जनपद आजमगढ़ के कुख्यात और क्रूर अपराधी शंकर कन्नौजिया को मुठभेड़ में मार गिराया। यह अपराधी सिर काटकर कई जघन्य हत्याओं के लिए कुख्यात था और उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के दौरान शंकर घायल हुआ और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना 22-23 अगस्त की रात आजमगढ़ के जहानागंज थाना क्षेत्र में हुई, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी।
STF को विश्वसनीय सूचना मिली थी कि शंकर कन्नौजिया, जो कई हत्याओं और लूट की वारदातों में शामिल था, अपने साथी के साथ भारी हथियारों से लैस होकर आजमगढ़ शहर में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। निरीक्षक पुनीत परिहार के नेतृत्व में STF की वाराणसी फील्ड इकाई ने तुरंत कार्रवाई शुरू की।
23 अगस्त की तड़के करीब 4 बजे, नरेहथा पुलिया के पास जहानागंज थाना क्षेत्र में STF ने चेकिंग शुरू की। तभी एक मोटरसाइकिल पर दो लोग आते दिखे। जब उन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो पीछे बैठे शंकर कन्नौजिया ने STF टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मोटरसाइकिल से फरार हो गया।
STF ने शंकर को आत्मसमर्पण करने का मौका दिया, लेकिन वह लगातार पोजीशन बदलकर जानलेवा हमले करता रहा। जवाबी कार्रवाई में STF ने संयम और पेशेवर दक्षता का परिचय देते हुए नियंत्रित फायरिंग की, जिसमें शंकर घायल हो गया। उसे तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज, चक्रपानपुर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
बरामदगी: हथियारों का जखीरा
मुठभेड़ स्थल से STF ने शंकर के कब्जे से एक 9 एमएम कारबाइन, एक 9 एमएम देसी पिस्टल, एक खुखरी (धारदार हथियार), 8 जिंदा कारतूस, और 4 खोखा कारतूस बरामद किए। यह बरामदगी शंकर की खतरनाक मंशा को और स्पष्ट करती है।
शंकर कन्नौजिया: क्रूर अपराध की दुनिया का सरगना
शंकर कन्नौजिया, पुत्र लालचंद कन्नौजिया, हाजीपुर, थाना रौनापार, आजमगढ़ का निवासी था। उसका अपराध का इतिहास बेहद खौफनाक रहा है। उसने 2011 में मऊ के दोहरीघाट थाना क्षेत्र में विंध्याचल पांडेय की सिर काटकर हत्या की थी और एक आर्मडा लोडर गाड़ी लूटी थी। इस मामले में उसके साथी पकड़े गए, लेकिन शंकर फरार रहा।
वर्ष 2024 में, शंकर ने जीयनपुर, आजमगढ़ में शैलेंद्र सिंह की सिर काटकर निर्मम हत्या की। इस मामले में उसके दो साथी गिरफ्तार हुए, जिनके पास से शैलेंद्र का शव और लूटी गई पिकअप गाड़ी बरामद हुई। शंकर ने शैलेंद्र को लकड़ी के काम के बहाने बुलाकर उसकी हत्या की और शव को नमक डालकर गड्ढे में दफन कर दिया था। इस मामले में 13 सितंबर 2024 को वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ने उस पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
अपराधिक इतिहास: 10 से ज्यादा संगीन मामले
शंकर कन्नौजिया का अपराधिक रिकॉर्ड डराने वाला है। उसके खिलाफ मऊ और आजमगढ़ में हत्या, लूट, डकैती, और हथियारों से संबंधित 10 से ज्यादा मामले दर्ज थे। इनमें से प्रमुख हैं:
1. 2011: विंध्याचल पांडेय हत्याकांड, मऊ (मु.अ.सं. 653/2011, धारा 302, 201, 394, 34, 411, 419, 420 भा.द.वि.)।
2. 2024: शैलेंद्र सिंह हत्याकांड, आजमगढ़ (मु.अ.सं. 315/2024, धारा 140(3), 238, 309(6), 103, 3(5), 318, 319, 336, 340, 61(2), 123, 317(2) बीएनएस)।
3. अन्य: गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, और आबकारी अधिनियम के तहत कई मामले। मुठभेड़ के बाद जहानागंज थाने में मु.अ.सं. 262/2025, धारा 109(1), 352, 351(3) बीएनएस और 3/7/25/4 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरार साथी की तलाश जारी है, और स्थानीय पुलिस आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है।