आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आज़मगढ़। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन (ग्रापए) उत्तर प्रदेश के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर मंगलवार को जिला अध्यक्ष बृजभूषण उपाध्याय के नेतृत्व में पत्रकारों ने 7 सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पत्रकारों ने नारे लगाकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज़ बुलंद की।
ज्ञापन में प्रमुख मांगें की गईं कि अन्य संगठनों की तरह ग्रापए को भी राज्य मुख्यालय लखनऊ स्थित दारू सफा या ओसीआर में कार्यालय हेतु भवन आवंटित किया जाए, ताकि प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने वाले पत्रकारों को बैठक व ठहरने की सुविधा मिल सके।
मान्यता प्राप्त पत्रकारों की तरह ग्रामीण पत्रकारों को भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया जाए।
जिला सूचना विभाग की सूची में कार्यरत संवाददाताओं को शामिल किया जाए।
ग्रामीण पत्रकारों को शासन स्तर से बीमा योजना में जोड़ा जाए।
ग्रामीण पत्रकारों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने से पहले किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा अनिवार्य जांच की जाए, ताकि उत्पीड़न रोका जा सके।
राज्य और जिला स्तर की तर्ज पर तहसील स्तर पर भी प्रशासनिक अफसरों के साथ नियमित बैठक कराई जाए।
प्राकृतिक आपदा या दुर्घटना में मृत्यु पर ग्रामीण पत्रकार के परिजनों को किसान बीमा योजना की तरह 5 लाख रुपये की तात्कालिक सहायता और मुख्यमंत्री राहत कोष से 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए।
साथ ही फर्जी पत्रकारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग भी की गई।
बैठक में मंडल अध्यक्ष वीरभद्र प्रताप सिंह, कृष्ण मोहन उपाध्याय, प्रदीप वर्मा, राम अवतार स्नेही, राम प्रसाद मिश्रा, प्रभात कुमार सिंह, संजीव कुमार सिंह, महेंद्र सिंह, नायाब यादव, अच्युतानंद त्रिपाठी, संतोष कुमार उपाध्याय, इंद्रेश सिंह, मनोज वर्मा, चंद्रिका यादव, मनोज कुमार सिंह, रविंद्र मिश्रा, अजय कुमार, राजेंद्र प्रसाद, हरिकेश प्रसाद विश्वकर्मा, हीरालाल शर्मा, अखिलेश मिश्रा, शशिकांत पांडेय, अखिलेश चौबे, देवेंद्र मिश्रा, रुपेश तिवारी, श्याम सिंह, आसीत कुमार श्रीवास्तव, जितेंद्र शुक्ला, बबलू शुक्ला, अवनीश सिंह, आशीष कुमार, संतोष यादव, ओमकार मिश्रा, विजय कुमार सिंह, विवेक तिवारी, हिमांशु वर्मा, राजबली निषाद समेत सभी तहसीलों के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे।