आज़मगढ़।
रिपोर्ट: अंजनी राय
लालगंज (आजमगढ़): आदर्श युवा रामलीला समिति, बहादुरपुर द्वारा आयोजित रामलीला के तीसरे दिन गुरुवार को दर्शकों ने एक अद्भुत धार्मिक उत्सव का आनंद लिया। इस दिन के मंचन में सीता जी का पुष्प वाटिका में श्रीराम से प्रथम मिलन, राजा जनक द्वारा धनुष भंग की प्रतिज्ञा, रावण–बाणासुर संवाद, जनक जी का संताप, लक्ष्मण का क्रोधित होना, विश्वामित्र की आज्ञा से श्रीराम द्वारा शिव धनुष खंडन, परशुराम जी का आगमन व क्रोध, लक्ष्मण–परशुराम संवाद, जनक द्वारा अयोध्या निमंत्रण भेजना, राजा दशरथ द्वारा बारात सहित आगमन और श्रीराम–सीता विवाह जैसे पवित्र प्रसंग प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किए गए।
मंच पर राजा जनक की भूमिका अमित शर्मा ने निभाई, विश्वामित्र – शंकर यादव, लक्ष्मण – कृष्ण शर्मा, सीता – अंश राय, बाणासुर – सुधीर मौर्य, रावण – राहुल यादव, परशुराम – राजन शर्मा, राजा दशरथ – अमित सिंह, भारत – दिनकर राय, शत्रुघ्न – गणेश राय और वशिष्ठ – मनीष यादव ने अपनी भूमिकाओं में जान डाल दी। मंत्री सुरेंद्र राय ने भी मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का मंच संचालन विशाल तिवारी ने किया।
आदर्श युवा रामलीला समिति के अध्यक्ष आशीष राय ने कहा, “रामलीला केवल नाट्य मंचन नहीं, बल्कि यह हमारे जीवन का आदर्श और मर्यादा का पाठ है। हमारा उद्देश्य है कि आने वाली पीढ़ी श्रीराम के चरित्र से प्रेरणा लेकर समाज में मर्यादा, सम्मान और धर्म की भावना बनाए रखे। मैं सभी कलाकारों, सहयोगियों और दर्शकों का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इस आयोजन को भव्य सफलता दी।”
कार्यक्रम का समापन जयघोष “जय श्रीराम” के साथ हुआ और दर्शकों ने भावपूर्ण प्रसंगों तथा कलाकारों के जीवंत अभिनय की भरपूर सराहना की।