आज़मगढ़।
रिपोर्ट:वीर सिंह
आजमगढ़ महोत्सव में डॉ अखिलेश चन्द्र की लिखी कहानी "हँसुली"जिसका नाट्य मंचन राहुल प्रेक्षागृह सिधारी में 18 दिसंबर को शाम 5:30 बजे से होगा।
इस नाटक का अब तक दो मंचन एक आजमगढ़ में और एक बलिया में हो चुका है।यह भारतीय संस्कृति और रिश्तों पर हावी हो रही भौतिकता से प्रभावित रिश्तों में आ रहें गिरावट पर आधारित है।बांके और माया के जीवन में आ रहे बदलाव में रिश्ते कैसे -कैसे रंग बदलते है जिसे कहानीकार ने बड़े ही रोचक तरीके से बुना है, सामाजिक और पारिवारिक रिश्तों पर आधारित इस नाटक के माध्यम से परिवारिक विघटन को दिखाया गया। नाटक में गीत एवं संगीत देकर साधना सोनकर ने इसे और प्रभावशाली बना दिया था।
कहानी के लेखक डॉ अखिलेश चन्द्र हैं, गीत एवं संगीत साधना सोनकर ने दिया है, रूपान्तरण, प्रस्तुति परिकल्पना एवं निर्देशन राजकुमार शाह का है, विशेष कला अज़हर हुसैन फारूकी, शैलेन्द्र सिंह सिद्धार्थ, रतन लाल जायसवाल का है,
कोरियोग्राफी अंशिका पाण्डेय हैं, पब्लिसिटी डिजाइन दीपक शर्मा हैं, क्रिएटिव सपोर्ट मो0 हफीज संजीव पाण्डेय, दिनेश सैनी ने किया है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ अखिलेश चन्द्र ने अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में आकर नाटकीय मंचन को देखें और कार्यक्रम को सफल बनायें।