आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाना न भूलें।
जिले के करीब साढ़े पाँच लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।
आजमगढ़: 24 दिसम्बर 2021 : जिले में एक महीने में नौ माह से पांच साल तक के करीब साढ़े पाँच लाख शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। यह साल में दो बार दी जानें वाली खुराक है,जिससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा होता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आई एन तिवारी ने बताया कि इस अभियान के लिए समस्त केंद्रों में विटामिन ए की पर्याप्त खुराक भेज दी गई है। एक माह तक चलने वाले इस अभियान के दौरान प्रत्येक बुधवार और शनिवार को ही बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/ नोडल डॉ संजय कुमार ने बताया कि जिले में करीब साढ़े पाँच लाख बच्चों को दवा पिलाए जाने का लक्ष्य है। इसमें नौ से बारह माह तक के बच्चों की संख्या 34690, एक से दो वर्ष के बच्चों की संख्या 149429 और दो से पाँच साल तक के बच्चों की संख्या 410789 है। नौ से बारह माह तक के बच्चों को आधी चम्मच यानी एक एमएल, एक से पांच साल तक के बच्चों को दो एमएल दवा दी जानी है। विटामिन ए खुराक से बच्चों में रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत होगी। हड्डियां को मजबूत करने और घाव भरने में भी मदद करती है। यह अभियान सभी टीकाकरण सत्र स्थलों से संचालित किया जा रहा है|
डॉ संजय ने कहा कि कोविड को देखते हुए एक सत्र स्थल पर अधिकतम 10 बच्चों को ही एकत्रित करने की छूट होगी| आशा कार्यकर्ता सुनिश्चित करेंगी की बच्चों को अंतराल पर ही बुलाया जाए. प्रत्येक सत्र स्थल पर नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक देने के साथ-साथ छह माह से पांच साल तक के बच्चों को एनीमिया से बचाव के लिए आईएफए सीरप भी दिया जाएगा|
यूनिसेफ के जिला कार्यक्रम समन्वयक परवेस कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले में अभियान 22 दिसम्बर से शुरू होकर 20 जनवरी एक माह तक बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) मनाया जा रहा है| अभियान में यदि कोई क्षेत्र छूट जाता है,तो उसके लिए अलग से अभियान चलाकर दवा पिलाने का काम होगा। सभी टीमों को निर्देशित किया गया है कि इसमें आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम अपने-अपने क्षेत्र के बच्चों को दवा पिलाने का काम करेंगी | अभियान में कोरोना गाइडलाइन का पालन करें और सैनिटाइजेशन का प्रयोग भी किया जा रहा है। इस संबंध में शासन से भी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा| एएनएम को निर्देशित किया गया है कि दवा पिलाने के बाद बच्चों के टीकाकरण कार्ड में भी इसको अंकित करें।