आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आज़मगढ़: सगड़ी तहसील क्षेत्र के धनछूला ग्राम की रहने वाली जे.आर.एफ. शोध छात्रा रंजना सिंह पुत्री श्रवण कुमार सिंह को वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर द्वारा आज हिंदी विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई।
रंजना सिंह ने अपनी पी.एच.डी. श्री गांधी पी.जी कॉलेज मालटारी के हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो.हसीन खान के कुशल निर्देशन में पूर्ण किया। शोध-छात्रा रंजना ने "मेहरुन्निसा परवेज़ के कथा साहित्य के मूल्यांकन के विविध आयाम" जैसे नये विषय पर गंभीरता पूर्वक शोध करते हुए उन के कथा साहित्य के विविध आयामों पर रोशनी डालने का एक प्रभावी काम किया है। मेहरुन्निसा परवेज़ का कथा साहित्य आदिवासी, मुस्लिम, दलित, और पसमांदा समाज का दर्पण है। आज वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के शोध- सभागार में बी.एच.यू. से आये वाह्य परीक्षक प्रोफेसर प्रभाकर सिंह द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का उत्तर रंजना सिंह ने अत्यंत कुशलता और तार्किकता के साथ दिया ।
विदित हो कि रंजना सिंह श्री गांधी पी.जी कॉलेज मालटारी से एम. ए हिंदी की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद यू.जी.सी द्वारा आयोजित जे.आर.एफ.नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर विगत पांच वर्षों से शोध कर रहीं थीं। पी.एच.डी उपाधि प्राप्त होने पर सभी शुभेक्षुओं ने बधाइयाँ दी हैं।