आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आज़मगढ़। हरैया ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव मामले की सुनवाई गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में होनी थी, लेकिन मामला एक बार फिर टल गया। जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के वकील ने कुछ वक्त की मोहलत मांग ली है।
न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति नॉंगमीकापम कोटिस्वर सिंह की खंडपीठ ने दलीलें सुनने के बाद मामले की अगली तारीख 6 नवम्बर 2025 तय की और सुनवाई को आगे बढ़ा दिया।
मामले में याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सत्यम पांडेय ने पैरवी की, जबकि विपक्ष की तरफ से राहत बंसल (कैविएट), शौर्य सहायक (राज्य पक्ष) और किसालय शुक्ला (उत्तरदायी पक्ष) अदालत में पेश हुए।
सुनवाई टलने की खबर जैसे ही हरैया पहुंची, सियासी गलियारों में फिर सरगर्मी बढ़ गई। सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने हैं — एक पक्ष का दावा है “हमारा पलड़ा भारी है”, तो दूसरा कहता है “अबकी बार जीत पक्की!”
अब सबकी निगाहें 6 नवम्बर पर टिक गई हैं।
क्योंकि इसी एक फैसले पर टिकी है हरैया की सियासत की सांसें
देखना ये होगा कि प्रमुख की कुर्सी पर कौन रहेगा कायम,
और किसका सपना टूटेगा सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर।
फिलहाल उम्मीदें बढ़ी हैं, माहौल गरम है,
और पूरा हरैया अगली तारीख का इंतज़ार कर रहा है।