आज़मगढ़।
रिपोर्ट: वीर सिंह
आज़मगढ़: सगड़ी विधानसभा में स्थित महुला गढ़वल बांध के बने हुए वर्षों बीत गए। यही वह बांध है जिसके चलते प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ से सैकड़ों गांव बच जाते हैं। इस बंधे को लेकर सगड़ी विधायक डॉ एच एन सिंह पटेल द्वारा विधान सभा के द्वितीय सत्र 2024 के प्रथम मंगलवार को निर्धारित अतारांकित प्रश्न पूछे गये थे। विधायक ने जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से सवाल किया था कि- क्या जल शक्ति मंत्री बताने की कृपा करेंगे कि विधान सभा क्षेत्र सगड़ी में महुला गढ़वल बाँध जर्जर हो कर कमजोर होने के कारण टूटने का भय बना रहता है ? क्या सरकार उक्त बंधे का सुद्ढीकरण कार्य करने पर विचार करेगी ? इस पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का जवाब आया था कि विधानसभा क्षेत्र सगड़ी में महुला गढ़वल बांध घाघरा नदी के दाएं तट पर निर्मित है। इसकी कुल लम्बाई 48400 कि०मी० है। महला गढ़वल तटबंध के कि०मी० 0.00 से कि०मी० 2.00 तक अम्बेडकर नगर, कि०मी० 2.00 से 43.400 तक आजमगढ़ एवं कि০मी० 43.400 से 48.400 तक जनपद मऊ में पड़ता है। महुला गढ़वल बांध के कि०मी०0,00 से किमी० 40.200 तक बन्धे पर पक्की सड़क निर्मित है। वर्तमान में बाढ़ अवधि में अब तक तटबंध पर किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई है। तटबंध पूर्णतया सुरक्षित है। बाढ़ अवधि के उपरान्त आवश्यकतानुसार तटबंध के सुदढीकरण हेतु परियोजना तकनीकी रूप से साध्य होने पर अग्रिम कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है। वही सगड़ी विधायक ने यह भी सवाल उठाया कि- क्या जलशक्ति मंत्री बताने की कृपा करेंगे कि विधानसभा क्षेत्र संगड़ी के पिहार बाहा पर रेगुलेटर ना होने के कारण बरसात के दौरान बदरहुआ की तरफ से पानी का दबाव बढ़ने पर पिहार, अखईपुर,नवकापूरा, कांतिपुर, सिंरही इत्यादि गांवों सहित फसलें जल मग्न हो जाती हैं। क्या रेगुलेटर का निर्माण कराया जाएगा।
जिस पर जवाब दिया गया है कि- जनपद आजमगढ के विधान सभा क्षेत्र सगड़ी के ग्राम पंचायत पिहार में विभाग द्वारा कोई भी तटबन्ध निर्मित नही है। तटबंध के बिनारेगुलेटर गेट का निर्माण कराये जाने का कोई औचित्य नहीं है।