बहादुरपुर में रामलीला का भव्य शुभारंभ, ‘नारद मोह’ प्रसंग ने बांधा समां


आज़मगढ़।

रिपोर्ट:अंजनी राय

लालगंज (आज़मगढ़) आदर्श युवा रामलीला समिति बहादुरपुर की रामलीला का भव्य मंचन सोमवार की रात ‘नारद मोह’ प्रसंग से शुरू हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ समिति अध्यक्ष अनिल राय ने फीता काटकर किया, जबकि सुरेंद्र राय ने उन्हें माला पहनाकर सम्मानित किया। वहीं आकाश राय ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष आशीष राय का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया।
रामलीला मंचन में नारद तपस्या प्रसंग का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया। कथा के अनुसार, नारद जी की कठोर तपस्या से इंद्र को भय होता है कि कहीं उनका सिंहासन न छिन जाए। इंद्र, कामदेव को नारद की तपस्या भंग करने भेजते हैं, लेकिन कामदेव असफल होकर क्षमा याचना करता है। नारद जी उसकी क्षमा स्वीकार करते हुए अपने विजय भाव में विष्णु जी के पास जाते हैं और कामदेव पर विजय का समाचार सुनाते हैं।

विष्णु जी नारद के भीतर उभर रहे अहंकार को पहचान लेते हैं और उसे दूर करने के लिए माया नगरी का सृजन करते हैं, जहां राजा शीलनिधि की पुत्री विश्वमोहिनी का स्वयंवर होता है। स्वयंवर में भगवान विष्णु कन्या वरण करते हैं, जिससे क्रोधित नारद जी उन्हें श्राप देते हैं। बाद में नारद जी अपने अहंकार को समझकर विष्णु जी से क्षमा मांगते हैं और विष्णु जी उन्हें क्षमा कर देते हैं।

इसी बीच रावण के अत्याचारों से व्याकुल पृथ्वी स्वर्ग लोक जाकर देवताओं से न्याय की गुहार लगाती है। सभी देवता मिलकर भगवान विष्णु का आवाहन करते हैं। विष्णु जी उन्हें आश्वासन देते हैं कि त्रेता युग में राजा दशरथ के पुत्र के रूप में जन्म लेकर वे धरती से अधर्म और दुष्टों का विनाश करेंगे।

मंचन में सोनू गुप्ता, मनीष यादव, आशीष तिवारी, शुभम राय, कृष्ण शर्मा, लकी गुप्ता और सुरेंद्र राय ने प्रभावशाली अभिनय किया।
निर्देशन अमित कुमार सिंह ने किया। दर्शकों ने मंचन की प्रस्तुति पर तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।





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